यूपी के जौनपुर जिले में बुधवार रात करीब दो बजे पुलिस ने तीन जनपदों में आतंक का पर्याय बने एक लाख के इनामी बदमाश प्रशांत पांडेय उर्फ कल्लू पांडेय को मुठभेड़ में मार गिराया। वह सुल्तानपुर जिले के अमरथू डढ़िया कोतवाली कादीपुर का निवासी था। एसपी अजय साहनी ने मुठभेड़ करने वाली टीम को इनाम देने की घोषणा की है।
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पुलिस के अनुसार, प्रशांत पांडेय के सरपतहां में किसी वारदात को अंजाम देने की सूचना मिली थी। इसके बाद शाहगंज, खेतासराय की पुलिस और स्वॉट टीम को निगरानी के लिए लगाया गया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गैरवांह गांव स्थित झोपरिया बाग में घेराबंदी की। इस दौरान बदमाशों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं, जिसमें स्वॉट प्रभारी आदेश कुमार त्यागी की बीपी जैकेट और सिपाही संजय कुमार सिंह के हाथ में गोली लगी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में प्रशांत पांडेय उर्फ कल्लू पांडेय के सीने के नीचे बाईं तरफ गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई।
29 मुकदमे दर्ज थे: पुलिस मुठभेड़ में इनामी बदमाश प्रशांत पांडेय ढेर
एसपी अजय साहनी ने बताया कि मृत बदमाश के पास से एक 32 बोर पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस, बाइक और दो मोबाइल बरामद हुआ है। वह इनामिया हिस्ट्रीशीटर था। उसके खिलाफ लूट, डकैती, हत्या, चोरी, रंगदारी, जान से मारने के प्रयास जैसे 29 मुकदमे दर्ज थे। मुकदमे सुल्तानपुर, आंबेडकर नगर और जौनपुर जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज हैं।
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हिस्ट्रीशीटर पर आईजी रेंज अयोध्या के स्तर से 50 हजार और जौनपुर व अंबेडकर नगर पुलिस की तरफ से 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। यह धनराशि अब एनकाउंटर करने वाली पुलिस टीम को पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी।
प्रशांत पांडेय: परिवार से दूर रहकर बनाई थी अपराध की दुनिया
प्रशांत पांडेय आमतौर पर अपने घर से दूरी बनाए रखता था, लेकिन अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों से समय-समय पर बात करता था। सुल्तानपुर जिले के कादीपुर थाना क्षेत्र के अमरेथू डडिया गांव निवासी हीरामणी पांडेय के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। प्रशांत भाइयों में दूसरे नंबर पर था, जबकि बड़ा बेटा घर पर रहता है और छोटा भाई अभी पढ़ाई कर रहा है। प्रशांत की दोनों बहनों की शादी हो चुकी है।
मुठभेड़ में मारे जाने के बाद पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंची उसकी बहन रेनू ने बताया कि प्रशांत पिछले एक साल से घर नहीं आया था। पोस्टमार्टम हाउस पर उसकी मां ज्ञानमति का रो-रोकर बुरा हाल था। वह बार-बार कह रही थीं, “कहत रहे हाजिर हो जा…। हमार बात मान लेहले होत त आज ई दिन न देखे के पड़त।” पुलिस ने मजिस्ट्रेट की निगरानी में पंचनामा कराकर शव का पोस्टमार्टम कराया।
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