हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा के दौरान, मलिक के बगीचे में स्थित अवैध मदरसे और नमाज स्थल को तोड़ने का मामला सामने आया है. नगर निगम की टीम ने जेसीबी के साथ पहुंचते ही, वहां मौजूद उपद्रवियों ने प्रशासन, पुलिस, और पत्रकारों पर पत्थरबाजी की शुरुआत की, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. हल्द्वानी की नैनीताल जनपद न्यायालय की डीएम वंदना सिंह ने इस हिंसा के संदर्भ में CCTV फुटेज को सार्वजनिक किया और उपद्रवियों द्वारा थाने पर पेट्रोल बम फेंकने की घटना की सुनवाई की.
उन्होंने बताया कि उपद्रवियों ने वाहनों को आग लगाई और पुलिसकर्मियों को थाने से बाहर निकलने नहीं दिया. हाईकोर्ट के आदेश के बाद, नैनीताल जनपद में विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई है, और सभी को सुनवाई के लिए समय दिया गया है. नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद हलद्वानी में 15-20 दिन से अलग-अलग जगहों पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई. दूसरी सरकारी जमीनों पर भी अवैध अतिक्रमण हटाए जाने को लेकर जिला स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है. सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा के दिशा-निर्देश दिए गए हैं और संपत्तियों की जीआईएस मैपिंग की जा रही है.
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विशेष संपत्ति को लक्षित नहीं किया गया-डीएम
डीएम ने कहा कि सभी को नोटिस दिए गए और सुनवाई के अवसर दिए गए. सुनवाई समिति ने हर व्यक्ति को एक-एक कर सुना और सबका निस्तारण किया. इसके बाद कुछ लोगों ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. कुछ तको समय मिला कुछ को नहीं मिला. जहां समय नहीं दिया गया, वहां पीडब्ल्यूडी और नगर निगम ने विध्वंस अभियान चलाया. डीएम ने कहा कि ये कोई आइसोलेटेड एक्टिविटी नहीं थी. किसी विशेष संपत्ति को लक्षित नहीं किया गया. हल्दानी में काफी लंबे समय से अलग-अलग क्षेत्रों में सरकारी संपत्तियों को सुरक्षित करने का और अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान चलाया जा रहा है.
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