महाराष्ट्र के पुणे में सिरफिरे द्वारा युवती पर हमले के मामले में विश्राम बाग थानांतर्गत पेरुगेट चौकी के तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. युवती पर हमले को लेकर जब स्थानीय लोगों ने चौकी पर पुलिस को इत्तला करने कोशिश की, तब वहां एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था. इस घटना को लेकर एक कॉन्स्टेबल समेत तीन कर्मचारियों को कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
युवती पर हमला मामले में विश्रामबाग थाने के तहत पेरुगेट चौकी के एक पुलिस कॉन्स्टेबल समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. इन तीनों पुलिसकर्मियों पर ड्यूटी के दौरान अनुपस्थित रहने तथा अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतने का आरोप है. निलंबित कर्मचारियों में कॉन्स्टेबल सुनील शांताराम ताठे, पुलिसकर्मी प्रशांत प्रकाश जगदाले और सागर नामदेव राणे है. पुलिस उपायुक्त संदीप सिंह गिल ने बताया कि इन तीनों पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है.
एकतरफा प्यार में पड़े एक सिरफिरे ने हाल ही में एक युवती पर धारदार हथियार से हमला कर दिया था. ये जानलेवा हमला पुणे के सदाशिव पेठ में हुआ था, जहां दो युवकों के साहस के कारण युवती की जान बाल-बाल बची है. बताया जाता है कि युवती पुणे में एमपीएससी की तैयारी कर रही है और वह युवक भी उसके साथ पढ़ाई करता था. युवक का नाम शांतनु लक्ष्मण जाधव (22) है. शांतनु ने युवती से अपने एकतरफा प्रेम का इजहार किया था, लेकिन युवती ने उससे इनकार कर दिया था और उनके बीच बातचीत भी बंद हो गई थी.
दो दिन पहले जब युवती अपने दूसरे पुरुष मित्र के साथ सुबह दस बजे कॉलेज जा रही थी, तभी रास्ते में शांतनु उसे मिला और उससे बात करने की कोशिश की. पुरुष मित्र ने उसे रोकने की कोशिश की तो शांतनु ने अपने बैग से धारदार हथियार निकाला और उसे मारने लिए उठाया. जैसे ही युवती उसके सामने आ गई, शांतनु ने उसी धारदार हथियार से उस भी मारने के लिए दौड़ाया. लेकिन स्थानीय लोगों ने शांतनु को दबोच लिया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए शहर के सभी राजनीतिक दलों ने बुधवार को पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और शहर में कानून व्यवस्था दुरुस्त करने की मांग की.