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    अमरावती में दंगे की थी बड़ी साजिश

    अमरावती : नवाब मलिक ने कहा कि यह साजिश पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे और बीजेपी के अन्य नेताओं ने रची. उन्होंने दावा किया कि दंगे भड़काने की साजिश 2 नवंबर की रात रची गई थी.

    पूरे महाराष्ट्र में दंगे भड़काने की योजना को महाराष्ट्र की जनता भांप गई : अमरावती

    नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि, ‘शुक्रवार को कुछ मुस्लिम संगठनों ने महाराष्ट्र और देश के अन्य भागों में बंद का आह्वान किया था.

    महाराष्ट्र के नांदेड़, मालेगांव और अमरावती में पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं. पुलिस पर भी पत्थर फेंके गए.

    पत्थरबाजों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. इसी दरम्यान शनिवार को अमरावती में बीजेपी ने बंद का आह्वान किया. इस बंद के पीछे सुनियोजित तरीके से दंगे भड़काने का काम किया गया.

    पूरे महाराष्ट्र में दंगे भड़काने की प्लानिंग थी. पुलिस ने इसे पूरी तरह से नियंत्रित कर लिया. महाराष्ट्र की जनता भी यह साजिश भांप गई. यही वजह है कि अमरावती से बाहर इस तरह की घटनाएं नहीं हुईं.’

    पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे और बीजेपी के अन्य नेताओं ने साजिश रची

    पूर्व कृषि मंत्री अनिल बोंडे सहित बीजेपी के अन्य नेताओं पर आरोप लगाते हुए नवाब मलिक ने कहा, ‘ पूर्व मंत्री अनिल बोंडे और बीजेपी के कुछ नेताओं ने 2 तारीख की रात को दंगा भड़काने की साजिश रची.

    इसके लिए कुछ युवकों को पैसे बांटे गए. दारु की बोतलें बांटी गईं और उन्हें अमरावती शहर में दंगा भड़काने का काम सौंपा गया.

    पत्थर फेंके गए, दुकानों में आग लगाई गई. पुलिस जांच में सब सामने आया और अब कार्रवाई शुरू कर दी गई है.’

    ‘अमरावती में दंगे भड़काने के लिए मुंबई से पैसे भेजे गए’

    नवाब मलिक ने कहा, ‘दंगे भड़काने के लिए मुंबई से पैसे भेजे गए. वहां के विधायकों की ओर से लोगों को पैसे भिजवाए गए.

    जब सारे हथियार खत्म हो जाते हैं, तब बीजेपी दंगे भड़काने का हथियार सामने लाती है और अपनी राजनीति चमकाती है. लेकिन राज्य की जनता पूरी तरह से समझदार है. वो ऐसी राजनीति को नकार देती है. ऐसी विनाशकारी राजनीति का हम निषेध करते हैं.’

    बीजेपी नेता आशिष शेलार रज़ा अकादमी के कार्यालय में क्यों गए?

    अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दरम्यान नवाब मलिक ने बीजेपी विधायक आशिष शेलार पर भी निशाना साधा.

    उन्होंने कहा, ‘आशिष शेलार रज़ा अकादमी के कार्यालय में गए थे. वह तस्वीर हमारे पास उपलब्ध है. ऐसा क्या महत्वपूर्ण काम था कि बीजेपी के नेता को रज़ा अकादमी के कार्यालय में जाना पड़ा? बीजेपी यह स्पष्ट करे.’

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