भारतीय नौसेना ने बताया कि उन्होंने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के साथ मिलकर एक संदिग्ध समुद्री नौका को पकड़ा है, जिसमें लगभग 3300 किलोग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ थे।
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भारतीय नौसेना के साथ गुजरात के आतंकवादी रोधी दल का संयुक्त अभियान
गुजरात के आतंकवादी रोधी दल ने मंगलवार को भारतीय नौसेना और स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के साथ मिलकर अरब सागर में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के अंतर्गत एक संयुक्त अभियान चलाया। इस क्रियाकलाप के दौरान, एक ईरानी जहाज को रोककर उसके पांच चालकों को हिरासत में लिया गया। अधिकारियों का मानना है कि ये व्यक्ति ईरान और पाकिस्तान के नागरिक हो सकते हैं। उनके पास से हजारों करोड़ रुपये की कीमत का 3300 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ बरामद किया गया।
संघीय मादक पदार्थ रोकथाम एजेंसी के अधिकारी द्वारा खुलासा
संघीय मादक पदार्थ रोकथाम एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एनसीबी और अन्य एजेंसियों ने एक और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की मादक पदार्थों की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। यह तस्करी की तर्कसंगत रिकॉर्ड अब तक देश में सबसे अधिक है। नौका से गिरफ्तार किए गए पांच व्यक्तियों के ईरानी या पाकिस्तानी नागरिक होने का संदेह है। एनसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उनके पास से राष्ट्रीयता का कोई प्रमाण पत्र नहीं मिला है।
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बधाई
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस जब्ती के लिए पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के नशामुक्त भारत के मिशन को आगे बढ़ाते हुए, हमारी एजेंसियों ने आज देश में मादक पदार्थ की सबसे बड़ी जब्ती करने में सफलता हासिल की है। एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस ने मिलकर किए गए एक संयुक्त अभियान में, 3132 किलोग्राम ड्रग्स की एक विशाल खेप को जब्त किया गया। यह ऐतिहासिक सफलता हमारे देश को नशा मुक्त बनाने की हमारी सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस अवसर पर मैं एनसीबी, नौसेना और गुजरात पुलिस को बधाई देता हूं।’
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