नूंह: जलाभिषेक यात्रा के दौरान भड़की हिंसा की आग हरियाणा के कई शहरों में पहुंच गई है। हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई है। नूंह में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। आरोपियों की धरपकड़ व शांति के लिए अर्धसैनिक बलों की 20 व पुलिस बल की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं। नूंह में कर्फ्यू जारी है। आसपास के शहरों में धारा 144 लगाई गई है। हरियाणा के पलवल, सोहाना, मानेसर और पटौदी में इंटरनेट बंद है। विश्व हिंदू परिषद ने हिंसा के विरोध में आज देशव्यापी प्रदर्शन भी बुलाया है। हरियाणा में हिंसा को देखते हुए यूपी के 11 जिलों में अलर्ट किया गया है। मामले में डेढ़ हजार से अधिक लोगों के खिलाफ तीस एफआईआर दर्ज की हैं।
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गौरतलब है कि फतेहपुरी निवासी गुरसेवक सिंह की नूंह में हुई हिंसा में मौत हो गई थी। पिछले महीने उसकी अस्थायी ड्यूटी गुरुग्राम के खेड़की दौला थाने में लगाई गई थी। बताया जा रहा है कि सोमवार को वह पुलिस गाड़ी में गुरुग्राम से मेवात की ओर जा रहे थे तो उपद्रवियों ने गाड़ी पर पथराव व फायरिंग कर दी। इससे दो होमगार्ड की मौत हो गई। इनमें एक गुरसेवक सिंह था। गुरसेवक अपने माता पिता की इकलौती संतान था। उसके दो बच्चे हैं, जिनमे 6 साल की बेटी और 5 साल का बेटा है।
गुरसेवक सिंह नामक एक बहादुर आदमी, जो 32 वर्ष का था और होम गार्ड के रूप में काम करता था, को नूंह नामक स्थान पर कुछ बुरे लोगों ने मार डाला। वह फ़तेहपुरी नामक गाँव से थे और उनके परिवार और दोस्त बहुत दुखी थे।
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