नोएडा की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने सुपरटेक के मालिक आरके अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. सूत्रों ने कहा कि खरीददारों की ओर से की गई शिकायतों के आधार पर दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सहित कई राज्यों में आरके अरोड़ा के खिलाफ 20 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई हैं.
खरीददारों ने आरोप लगाया था कि सुपरटेक कंपनी और उसके डायरेक्टर अपनी रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में बुक किए गए फ्लैटों के बदले संभावित खरीददारों से एडवांस के तौर पर रुपये लेकर उन्हें धोखा देने के आपराधिक साजिश में शामिल थे. ईडी ने कहा था कि एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि सुपरटेक कंपनी ने आम जनता से धोखाधड़ी की है. ईडी ने मंगलवार को आरके अरोड़ा से पूछताछ की थी. पूछताछ में जब ईडी संतुष्ट नहीं हुई, तो करीब 7:30 बजे उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. ईडी के मुताबिक, वो जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे. बुधवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.
आरके अरोड़ा बिल्डरों के संगठन नेरेडको के चैयरमेन भी थे. ईडी ने आरोप लगाया कि जांच से पता चला कि सुपरटेक लिमिटेड और इस ग्रुप की कंपनियों ने घर खरीदारों से पैसा इकट्ठा किया और प्रोजेक्ट/फ्लैटों के लिए बैंकों/वित्तीय संस्थानों से टर्म लोन हासिल किया. लेकिन लोगों के पैसों का इस्तेमाल ग्रुप की दूसरी कंपनियों के नाम पर जमीन खरीदने के लिए इस्तेमाल किया गया. बाद में उन जमीनों को फिर से कर्ज लेने के लिए अस्थायी रूप में गिरवी रखा गया था.