• Tue. Feb 11th, 2025

    तिरुपति लड्डू घोटाला: CBI की स्पेशल टीम ने चार आरोपियों को पकड़ा

    Tirupati Laddu Scam

    गिरफ्तार लोगों में रुड़की की भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक बिपिन जैन और पोमिल जैन शामिल हैं. इसके अलावा, वैष्णवी डेयरी के CEO अपूर्व विनय कांत चावड़ा और AR डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजू राजशेखरन को भी हिरासत में लिया गया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के नेतृत्व में ‘तिरुपति के लड्डू में मिलावट’ की जांच कर रही टीम ने चार लोगों को गिरफ़्तार किया है. चारों लोगों को लड्डू बनाने के लिए घी की आपूर्ति में अनियमितताओं की जांच के तहत गिरफ़्तार किया गया है. CBI के नेतृत्व वाली टीम तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद (Tirupati Laddu Row) में जानवरों की चर्बी मिले होने के आरोपों की जांच कर रही है.

    इंडिया टुडे की ख़बर के मुताबिक़, गिरफ़्तार किए गए लोगों में बिपिन जैन और पोमिल जैन शामिल हैं, जो रुड़की स्थित भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक हैं. वहीं, वैष्णवी डेयरी के CEO अपूर्व विनय कांत चावड़ा और AR डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजू राजशेखरन की भी गिरफ़्तारी हुई है. सूत्रों के मुताबिक़, जांच में पता चला कि वैष्णवी डेयरी के प्रतिनिधियों ने AR डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किए थे.

    अधिकारियों ने बताया कि वैष्णवी डेयरी पर टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए झूठे दस्तावेज और सील बनाने के आरोप हैं. आरोप ये भी हैं कि इन फ़र्ज़ी रिकॉर्ड्स में भोले बाबा डेयरी से घी खरीदने के संकेत मिले, जिसके पास आवश्यक मात्रा में आपूर्ति करने की क्षमता नहीं थी. इन आरोपियों को आज, यानी 10 फ़रवरी को तिरुपति कोर्ट में पेश किया जाएगा. 

    सुप्रीम कोर्ट ने दिए थे जांच के आदेश

    बता दें, कि प्रसाद में चर्बी मिलने के आरोपों का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था. तब कोर्ट ने कहा था कि मामले की जांच नई SIT करेगी. सुप्रीम कोर्ट ने ये भी साफ किया कि राज्य सरकार की तरफ़ से गठित SIT मामले की जांच नहीं करेगी. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक़, इस SIT में 5 सदस्य होने थे.

    इनमें से दो सदस्य CBI से (CBI डायरेक्टर द्वारा नॉमिनेटेड), दो सदस्य आंध्र प्रदेश पुलिस से (सूबे के राज्यपाल द्वारा नॉमिनेटेड) और एक सदस्य फूड सेफ्टी एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) से हैं. 

    बता दें, मामला वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली सरकार के कार्यकाल का है. जब लड्डू प्रसादम में कथित तौर पर अशुद्ध चीज़ें पाई गई थी. विवाद सबसे पहले तब शुरू हुआ, जब आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मंदिर में इस्तेमाल किए जाने वाले घी की गुणवत्ता पर चिंता जताई. उन्होंने दावा किया था कि नमूनों में जानवारों की चर्बी के अंश मिले हैं. 


    Share With Your Friends If you Loved it!