हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। जिला सोलन में रविवार देर रात बादल फटने से बाढ़ के साथ आए मलबे में दो मकान और एक गौशाला बह गई। बादल फटने की इस घटना में पांच लोगों को मौत हो गई, जबकि तीन लापता हैं, टीम ने पांच लोगों को बचा लिया है। इसके अलावा भूस्खल के चलते कई हाईवे और सड़कें बंद हो गई हैं।
पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन ने बताया कि गांव जादोन डाकघर में बादल फट गया था। इससे एक गोशाला और दो घर बह गए। रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान जडौण गांव में भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गए। सात लोग मर चुके हैं। इसमें चार पुरुष और तीन महिलाएं हैं।
Also Read : WhatsApp may soon allow use of multiple accounts on one device
पुलिस नियंत्रण कक्ष सोलन ने बताया कि गांव जादोन डाकघर में बादल फट गया था। इससे एक गोशाला और दो घर बह गए। रती राम और इसके बेटे हरनाम के दो मकान जडौण गांव में भूस्खलन से क्षतिग्रस्त हो गए। सात लोग मर चुके हैं। इसमें चार पुरुष और तीन महिलाएं हैं।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोलन के जादोन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट किया, हमने अधिकारियों को इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता और समर्थन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
Also Read: Best Patriotic Films To Watch This Independence Day
कार ड्राइवर बहा
ड्राइवर तेज बहाव में बह गया। उसको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। बताया जा रहा है कि पानी के तेज बहाव में गाड़ी के फंसने के बाद ड्राइवर गाड़ी की छत पर चढ़ गया था। जहां से फिसलने के बाद पानी के तेज बहाव में बह गया। स्थिति का जायजा लेने के लिए बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल मौके पर पहुंच गए हैं।
Also Read : UN Report: North Korea Advancing Nuclear Arsenal and Eluding Sanctions in 2023
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा है। दो आदमी मलबे में दब गए हैं, जबकि यहां कुछ लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। यहां पर भारी बारिश ने तबाही मचाई है। घुमारवीं के तियूनखास तियूड़ी गांव में रात को भूस्खलन हो गया। इसको लेकर लगभग 11 परिवारों के घर खाली करवाए गए हैं।
Also Read : Amit Shah introduces 3 bills to replace IPC, CrPC, Indian Evidence Act in Lok Sabha