परीक्षा के दौरान छात्र विभिन्न समस्याओं का सामना करते हैं, जिनमें रिवीजन की चुनौती सबसे आम होती है। लंबे सिलेबस के कारण अंतिम समय में प्रभावी पुनरावृत्ति करना कठिन हो जाता है। सालभर की मेहनत के बावजूद, यदि अंतिम दिनों में पढ़ा हुआ ठीक से दोहराया न जाए, तो अपेक्षित प्रदर्शन नहीं हो पाता। ऐसे में, यदि दिमाग को चीजों को बेहतर तरीके से याद रखने की सही तकनीक अपनाई जाए, तो कम समय में अधिक प्रभावी रिवीजन किया जा सकता है। इसके लिए कुछ बेहतरीन तरीके हैं, जो इस प्रक्रिया को आसान बना सकते हैं।
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पढ़ाई को रोचक बनाएं
अधिकांश छात्र आम तौर पर केवल देखकर या सुनकर पढ़ने पर जोर देते हैं। इसके अलावा भी छात्रों को रिवीजन करने के लिए विभिन्न तरीकों और दृष्टिकोणों को आजमाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। किताब या तथ्यों को बार-बार पढ़ने के बजाय बच्चों को टॉपिक के बारे में पॉडकास्ट सुनने, रंगीन पोस्टर, प्रस्तुतियों या ऑनलाइन ब्लॉग जैसे जरियों का इस्तेमाल करने का सुझाव दें। इससे पढ़ाई ज्यादा दिलचस्प बनेगी और जानकारी व तथ्यों को बेहतर तरीके से याद रखने में मदद मिलेगी। यह भी सुनिश्चित करें कि मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल सिर्फ पढ़ाई के लिए ही हो।
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विषयों को आपस में संबंध स्थापित कर पढ़ें
अक्सर छात्र चीजों को याद तो कर लेते हैं, लेकिन परीक्षा आते-आते उन्हें भूल जाते हैं। ऐसे में, बच्चों को रिवीजन के दौरान चीजों को बेहतर ढंग से समझने और याद रखने के लिए, उसे पहले से याद किसी चीज से जोड़ने का तरीका बताएं। ऐसा करने से रिवीजन करना तो आसान होता ही है, याद की गई चीजें भी ज्यादा समय तक दिमाग में बनी रहती हैं। इसके अलावा, छात्रों से कहें कि वे पढ़ी हुई अवधारणाओं को किसी अन्य व्यक्ति को समझाएं। इससे उनकी समझ को परखने में मदद मिलेगी। अगर वे कोई टॉपिक आपको अच्छी तरह से पढ़ा सकते हैं, तो इसका मतलब है कि वे इसे वास्तव में समझते हैं।
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सरल से जटिल की ओर
बच्चों को पहले आसान और छोटी-छोटी अवधारणाओं को दोहराने के लिए प्रेरित करें। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे कठिन चीजों को भी आसानी से याद कर पाएंगे। उदाहरण के लिए पहले गुणन सारणी सीखना और फिर बाद में गणित की जटिल समस्याओं को हल करना आसान होता है। बच्चों को स्मार्ट अध्ययन तकनीकों का इस्तेमाल करने पर जोर दें, इससे वे परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
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