सात दिसंबर को दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे आए, जिसमें आम आदमी पार्टी ने 134 सीटें जीतीं। वहीं भाजपा की झोली में 104 सीटें आईं। 15 सालों तक Delhi MCD पर अपना कब्जा जमाने वाली भाजपा BJP) भले ही नगर निगम चुनाव में बहुमत न हासिल कर सकी हो लेकिन 100 से अधिक सीटें हासिल करने पर माना जा रहा है पार्टी राहत की सांस जरूर ले रही है।
BJP Voters in Metro शहरी वोटरों पर कम हुआ प्रभाव
वहीं द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक दिल्ली एमसीडी चुनाव (Delhi MCD Election) के नतीजों को लेकर पार्टी के रणनीतिकार अधिक खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि भाजपा की मुख्य ताकत शहरी मतदाता हैं लेकिन उसके बाद भी भाजपा का अब चार महानगरों- मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और दिल्ली में से किसी पर भी नियंत्रण नहीं रहा है।
वहीं संसद के गलियारों से लेकर भाजपा कार्यालय में पार्टी के सांसदों के बीच मेट्रो शहरों के मतदाताओं (Metro Cities Voters) पर भाजपा के कम होते प्रभाव को लेकर चर्चा है।
हालांकि पार्टी सांसदों के बीच इस बात की तसल्ली है कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के नतीजे अलग-अलग होंगे। भाजपा नेताओं को खासकर गुजरात (Gujarat) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के चुनावी नतीजों से खासी उम्मीद है।
क्या रहे Delhi MCD 2022 चुनाव के नतीजे
सात दिसंबर को आए दिल्ली एमसीडी चुनाव के नतीजों में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने भारी बहुमत हासिल किया है। हालांकि भाजपा दावा कर रही थी कि दिल्ली नगर निगम (Delhi Nagar Nigam) में वो दोबारा वापसी करेगी लेकिन नतीजों में ऐसा नहीं हुआ।
दिल्ली एमसीडी की 250 सीटों में आप ने 134 सीटें जीती तो भाजपा 104 सीटें जीती हैं। वहीं कांग्रेस के खाते में महज 9 सीटें ही आ सकीं और अन्य की झोली में 3 सीटें आई हैं। बता दें कि दिल्ली नगर निगम में बहुमत का आंकड़ा 126 है।