कांग्रेस पार्टी के लिए एक और बड़ा झटका आया है, जब ओलंपिक पदक विजेता और पूर्व बॉक्सर विजेंदर सिंह ने भाजपा में शामिल हो गए हैं। विजेंदर सिंह ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में दक्षिणी दिल्ली से प्रतिस्पर्धा की थी, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उनका नाम अब मथुरा से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में संदिग्ध है, जहां हेमा मालिनी पुनः चुनाव लड़ रही हैं। विजेंदर सिंह जाट समुदाय से हैं, जिसका पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और राजस्थान में बड़ा प्रभाव है।
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बॉक्सर विजेंदर कुमार: प्रोफाइल और प्रारंभिक जीवन
बॉक्सर विजेंदर कुमार ने देश को ओलपिंक में बॉक्सिंग में पहला पदक जिताया था। विजेंदर सिंह का जन्म 29 अक्टूबर, 1985 को हरियाणा के भिवानी में हुआ। पिता नाम महिपाल सिंह बेनीवाल है। जो हरियाणा रोडवेज में बस ड्राइवर रहे। उनकी मां गृहणी हैं। विजेंद्र बेहद निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से जुड़े हैं। विजेंद्र सिंह ने अपनी शुरुआती पढाई भिवानी से ही पूरी की है। उन्होंने भिवानी के कॉलेज से स्नातक की पढाई की। विजेंद्र सिंह को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था, वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने कोचिंग का प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबक्श सिंह संधू से लिया हैं।
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बॉक्सर विजेंदर: ओलंपिक्स में उपलब्धियाँ और सम्मान
विजेंदर ने 2004 के एथेंस समर ओलंपिक्स और 2006 के कामनवेल्थ गेम्स में भी हिस्सा लिया। 2006 में दोहा में हुए एशियन गेम्स में कजाखस्तान के बख्तियार अर्तायेव के खिलाफ सेमीफाइनल हारने के बाद ब्रोंज मेडल जीता। 2008 के बीजिंग ओलंपिक्स में क्वार्टरफाइनल में इक्वेडोर के कार्लोस गोंगोरा को 9-4 से हराकर ब्रोंज जीता। विजेंदर को खेल क्षेत्र में भारत के सर्वोच्च अवार्ड राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड और भारत के चौथे नागरिक सर्वोच्च सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया। 2009 में इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (AIBA)ने विजेंदर को अपने वार्षिक मिडिलवेट केटेगरी की सूचि में 2800 पॉइंट के साथ टॉप बॉक्सर घोषित किया।
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