हिमाचल प्रदेश में बड़े-बड़े दावे कर रही बीजेपी को करारा झटका लगा है। जहां लगातार कांग्रेस की बढ़त जारी है। बार-बार रिवाज बदलने का दावा कर रही बीजेपी फिलहाल बहुमत के जादुई आंकड़े से दूर है। तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी की सीटें पिछली बार के मुकाबले खासा बढ़ती नजर आ रही हैं। चुनाव आयोग के इशारे को समझें कि तो अब तक के आंकड़ों में बीजेपी को 27 और कांग्रेस को 38 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। ऐसे में यह सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या अपनी सेराज सीट जीत चुके सीएम जयराम को दोबारा कुर्सी मिलेगी या फिर कांग्रेस एक बार फिर हिमाचल के रिवाज बदलने वाली कहावत को साबित कर देगी।
हिमाचल विधानसभा चुनाव के पिछले परिणामों की बात करें तो कांग्रेस को 68 में से महज 21 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं बीजेपी ने साल 2017 में 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। जिसके बाद जयराम ठाकुर के चेहरे को सीएम बनाते हुए बीजेपी ने पहाड़ में सरकार बनाई थी। हिमाचल प्रदेश में सरकार बनाने को लेकर हमेशा से यह कहा जाता रहा है कि यहां पर सत्ता कभी रिपीट नहीं होती। हालांकि बीजेपी के बड़े नेता इस बार के चुनाव में यह दावा कर रहे थे कि वे इस रिवाज को तोड़ते हुए सीट और वोट प्रतिशत दोनों को बढ़ाएंगे। लेकिन बीजेपी सरकार के आठ मंत्री फिलहाल पीछे चल रहे हैं। जिसके चलते हिमाचल में बीजेपी का सरकार बनाने का दावा फिलहाल तो फेल होता दिख रहा है।