देश को नया राष्ट्रपति मिल गया है. एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में शानदार और बड़े अंतर से जीत दर्ज की है. रिटर्निंग ऑफिसर और राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने बताया कि कुल 4754 वोट पड़े जिसमें से द्रौपदी मुर्मू को 2824 वोट मिले जिनका मूल्य 676803 है. 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगी. राष्ट्रपति चुनाव की अभी तक की मतगणना में द्रौपदी मुर्मू को कुल वैध वोटों का 50 प्रतिशत वोट मिला है. निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी से लेकर विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा तक सभी ने उन्हें जीत की बधाई दी है.
बता दें कि, 24 जुलाई को निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल खत्म हो रहा है. नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हुआ था. इस बार राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के बीच मुकाबला था. एनडीए समेत कई दल पहले ही द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का एलान कर चुके थे. वहीं राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के दौरान कई विपक्षी दलों के वोट भी द्रौपदी मुर्मू को मिले थे. इसलिए पहले से ही उनकी जीत तय मानी जा रही थी.
ओडिशा से प्रथम राष्ट्रपति बनीं
अब वे राष्ट्रपति बननी वाली केवल दूसरी महिला हैं. उनसे पहले 2007 में प्रतिभा देवीसिंह पाटिल देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं. इसके अलावा द्रौपदी मुर्मू ओडिशा से भी प्रथम राष्ट्रपति बनी हैं. ओडिशा के मयूरभंज जिले से आने वाली द्रौपदी मुर्मू के राजनैतिक सफर की शुरूआत 1997 में हुई थी जब वे रायरंगपुर नगर पंचायत में पार्षद बनी थीं. द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में बीडेपी और बीजू जनता दल गठबंधन सरकार के दौरान मंत्री भी रही थीं. द्रौपदी मुर्मू साल 2000 और 2004 में ओडिशा के रायरंगपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गई थीं.
उनके व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो उनका विवाह श्याम चरण मुर्मू से हुआ था. दोनों की तीन संतान हैं- दो बेटे और एक बेटी. देश की नई राष्ट्रपति का जीवन व्यक्तिगत त्रासदियों से भरा रहा है. उन्होंने अपने पति और दोनो बेटों को खो दिया है. उनकी बेटी इतिश्री का विवाह गणेश हेम्ब्रम से हुआ है. द्रौपदी मुर्मू ने राजनीति और समाज सेवा में लगभग दो दशक बिताए हैं.