1 साल की यशोधरा शिंदे की डॉक्टर बनने की ख्वाहिश थी. वह अमेरिका जाकर जॉर्जिया में मेडिकल का कोर्स कर रही थी, लेकिन उसकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था क्योंकि वह महाराष्ट्र में अपने गांव लौटी और सरपंच का चुनाव लड़ी और जीत भी गई. अब वह सूबे के सांगली जिले की मिराज तहसील में स्थित अपने गांव वड्डी की बेहतरी के लिए काम करने और अपनी शिक्षा ऑनलाइन पूरी करने की योजना बना रही है.
बता दें कि, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 7,682 ग्राम पंचायतों के लिए 18 दिसंबर को मतदान हुआ था. चुनाव के परिणाम मंगलवार को घोषित किए गए. उसी दौरान 21 साल की यशोधरा शिंदे भी जीतकर आई तो लोग चौंक गए. यशोधरा का कहना है कि वह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना चाहती हैं. छात्रों के लिए ई-लर्निंग और अन्य शिक्षा उपकरण मुहैया कराना, बच्चों को अच्छी स्वास्थ्य आदतें अपनाने में मदद करना, युवाओं की आकांक्षाओं को बेहतर बनाने और किसान समुदाय के कल्याण में योगदान देना चाहती हैं.
यशोधरा ने अपनी पढ़ाई को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि, “मैं जॉर्जिया में न्यू विजन यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस कोर्स कर रही हूं. वर्तमान में मैं चौथे साल में हूं और कोर्स का डेढ़ साल अभी पूरा होना बाकी है.”