कल साउथ की बहुप्रतीक्षित फिल्म आरआरआर रिलीज हो रही है। बाहुबली के बाद से अब तक साउथ की कई फिल्में बॉलीवुड सिनेमा पर भारी पड़ी हैं। कोरोना काल के बाद रिलीज हुईं फिल्मों में अमिताभ बच्चन, सलमान खान और कंगना रनोट जैसे सितारों की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गईं लेकिन साउथ के सितारे विजय, अल्लू अर्जुन, प्रभास और पवन कल्याण जैसे सितारों की फिल्मों ने 200 से 300 करोड़ तक का बिजनेस किया। कोरोना काल से पहले 2019 में साउथ सिनेमा का कुल बिजनेस बॉलीवुड के मुकाबले 1100 करोड़ रुपए ज्यादा रहा।
साल 2015 से लेकर अब तक कई साउथ फिल्मों को पैन इंडिया रिलीज मिली और साथ ही इन फिल्मों को पसंद भी किया गया, हालांकि बॉलीवुड की फिल्में हिंदी बेल्ट तक ही एंटरटेनमेंट देने में सीमित रही हैं। अब बदलाव ऐसा आया है कि साउथ सिनेमा पूरी तरह से बॉलीवुड पर भारी पड़ता दिख रहा है।
साउथ फिल्मों से मिल रहा ज्यादा रेवेन्यू
पिछले कुछ सालों से भारत में साउथ इंडस्ट्री, बॉलीवुड से ज्यादा रेवेन्यू हासिल कर रही है। स्टेटिस्टा डॉट कॉम के मुताबिक साल 2019 में साउथ इंडस्ट्री ने 3900 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया था, जबकि बॉलीवुड फिल्मों से सिर्फ 2800 करोड़ की कमाई हो सकी थी। वहीं 2020 में बॉलीवुड फिल्मों का रेवेन्यू घटकर 9.3 अरब हो गया था।
साउथ सिनेमा हमेशा से ही अपनी यूनीक स्टोरी के लिए जाना जाता है। सालों से फिल्मों में हीरो को दमदार रोल दिया जा रहा है। बाहुबली के बाद प्रभास की इमेज बदल गई। केजीएफ में कन्नड़ हीरो यश का दमदार रोल भी उन्हें देशभर में प्यार दिलाने में कामयाब रहा। इसके अलावा भी मास्टर, पुष्पा जैसी कई साउथ फिल्मों में हीरो को एक पॉवरफुल व्यक्तित्व वाला दिखाया गया है, पुलिसवालों, एजेंट या गुंडों वाली इमेज पर ही ज्यादा काम किया जा रहा है।