लंबे समय से बीमारी से जूझ रही पुरस्कार विजेता भारतीय अभिनेत्री उत्तरा बावकर का मंगलवार को महाराष्ट्र के पुणे में निधन हो गया. वह एक साल से बीमार थीं जिसके बाद एक अस्पताल में उनका निधन हो गया. बुधवार सुबह उनका अंतिम संस्कार वहीं किया गया. उनके निधन से उनके प्रशंसक सदमे में हैं.
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) में एक्टिंग की पढ़ाई करने वाली उत्तरा बावकर कई नाटकों और फिल्मों का हिस्सा रह चुकी हैं. इनमें मुख्यमंत्री में पद्मावती, मेना गुर्जरी में मेना, शेक्सपियर के ओथेलो में देसदेमोना, नाटककार गिरीश कर्नाड की तुगलक में मां के अलावा माधुरी दीक्षित की आजा नचले, अक्षय कुमार और कटरीना कैफ की हमको दीवाना कर गए और अजय देवगन की तक्षग जैसी फिल्में शामिल हैं.
गोविंद निहलानी की फिल्म तमस में उनके रोल के बाद उत्तरा बावकर सुर्खियों में आ गईं. उन्होंने सुमित्रा भावे की फीचर फिल्मों में भी काम किया. वहीं उनके बारे में बात करते हुए फिल्म निर्माता सुनील सुकथंकर ने कहा कि उन्होंने उनके साथ लगभग आठ फीचर फिल्मों में काम किया. वहीं लंबे समय से सहयोगी रहीं सुमित्रा भावे उन्हें एक ऐसी एक्ट्रेस के रूप में मानती थीं, जो मजबूत महिला कैरेक्टर को निभा सकती थीं. उन्हें याद करते हुए फिल्म निर्माता ने कहा, “उन्होंने हमारी फिल्मों में कई तरह की महिला भूमिकाएं निभाईं और वह एक अनुशासित अदाकारा थीं. इसीलिए जब वह सेट पर होती थीं तो कोई गलत रवैया देखने को नहीं मिलता था.”