• Sun. Feb 23rd, 2025

    चिंता: ब्लूबेरी पर फंगस का हमला, पैदावार प्रभावित

    blueberry

    ब्लूबेरी (नीलबदरी) के पौधे पाउडरी फफूंद रोग की चपेट में आ रहे हैं, जो तेजी से दुनिया भर में फैल रहा है। इस फफूंद पर नियंत्रण पाना दिन-ब-दिन कठिन होता जा रहा है। यह बीमारी फसलों की पैदावार को गंभीर रूप से प्रभावित कर रही है। विभिन्न प्रजातियों का यह कवक न केवल ब्लूबेरी बल्कि गेहूं, हॉप्स, अंगूर, स्ट्रॉबेरी और अन्य पौधों को भी नुकसान पहुंचा रहा है। विशेषज्ञ इसे कृषि क्षेत्र के लिए एक गंभीर चुनौती मान रहे हैं।

    Also Read : सतारा: खेत में मिले महिला के बॉडी पार्ट्स, काले जादू में हत्या की आशंका

    नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के अध्ययन का खुलासा

    नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अध्ययन से पता चला है कि पिछले 12 सालों के दौरान फंगस एरिसिफे वैक्सीनी पूर्वी अमेरिका में अपने मूल क्षेत्र से कई महाद्वीपों तक फैल गया है और अब दुनियाभर में तेजी से इसका प्रसार देखा जा रहा है।

    Also Read : Columbia: कोलंबिया में शांति वार्ता पर बातचीत नाकाम होने से भड़की हिंसा, 80 से ज्यादा लोगों की मौत

    अध्ययन में हुए चौंकाने वाले खुलासे

    अध्ययन के अनुसार ब्लूबेरी जिसे भारत में कई जगहों पर नीलबदरी के नाम से जाना जाता है। इसका रंग नीला होता है और स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। यूरोप और एशिया में बड़े पैमाने पर पाया जाने वाला यह फल कई औषधीय गुणों से भरपूर होता है।

    Also Read : Odisha Police Bharti: ओडिशा में निकली पुलिस की बंपर भर्ती, 933 पदों पर आज से करें आवेदन; जानें पात्रता मानदंड

    इसमें कई प्रकार के विटामिन पाए जाते हैं जो कई बीमारियों से लड़ने में सहायक होते हैं। यह वजन काम करने, कोलेस्ट्रॉल घटाने, बढ़ती उम्र के लक्षण कम करने, मुंहासों से छुटकारा दिलाने, याददाश्त तेज करने और हृदय संबंधी रोगों के लिए फायदेमंद होती है।

    Also Read : Wankhede Stadium: वानखेड़े स्टेडियम की 50वीं वर्षगांठ, सचिन ने गावस्कर को खिलाया केक, रोहित-शास्त्री भी नजर आए

    पाउडरी फफूंद रोग के कारण पौधों पर एक सफेद पाउडर जैसा पदार्थ चढ़ जाता है जो पोषक तत्वों को चूस लेता है और प्रकाश संश्लेषण को धीमा कर देता है, जबकि पौधा जीवित रहता है। पाउडरी फफूंद से पौधे विकृत हो जाते हैं और कभी-कभी तो मर भी जाते हैं। इसके हमले का मुख्य कारण पौधों को ज्यादा पानी देना, खराब मिट्टी होना, कम रोशनी, घनी झाड़ीदार पत्तियां, हवा का कम संचार, उच्च आर्द्रता और गर्म तापमान है।

    Also Read :RG Kar Doctor Case: संजय रॉय को उम्रकैद मिलेगी या फांसी? आरजी कर मामले में कोर्ट दोपहर में दोषी को सुनाएगी सजा

    दुनियाभर में तेजी से फैलता संक्रमण

    शोधकर्ताओं का कहना है कि इस फंगस को नियंत्रित करना मुश्किल है। यदि दुनियाभर में पौधे भेजे जा रहे हैं तो हो सकता है इसके साथ यह कवक भी फैल रहा है। अन्य देशों में ब्लूबेरी में पाया जाने वाला ई. वैक्सीनी फंगस केवल अलैंगिक रूप से प्रजनन करता है। प्रजनन में फंगस के दोनों यौन संस्करणों की आवश्यकता नहीं होती है, जबकि अमेरिका में फंगस यौन और अलैंगिक रूप से प्रजनन करता है।

    Share With Your Friends If you Loved it!
    One thought on “चिंता: ब्लूबेरी पर फंगस का हमला, पैदावार प्रभावित”

    Comments are closed.