गिरिडीह जिले में बुधवार को एक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छापेमारी के दौरान चार दिन के नवजात की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि नवजात की मौत पुलिसकर्मी के जूते के नीचे दबने से हुई है। इस घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में काफी रोष है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य पुलिस मुख्यालय को घटना की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
बिस्तर में सो रहा था नवजात
घटना गिरिडीह जिले के देवरी थाना अंतर्गत कोशोगोंदोदिघी गांव की है। बताया गया कि देवरी के थाना प्रभारी संगम पाठक की अगुवाई में एक पुलिस टीम बुधवार को अगली सुबह एक वारंटी भूषण पांडेय को गिरफ्तार करने उसके घर पर छापामारी करने पहुंची थी। दरवाजे पर दस्तक देने के बाद जब घरवालों ने दरवाजा नहीं खोला तो पुलिस की टीम किसी तरह जबरन अंदर दाखिल हुई। एक पुलिसकर्मी घर में रखे बिस्तर पर चढ़ गया। इसी दौरान उसके बूट से दबकर बिस्तर पर सोए चार दिन के नवजात की मौत हो गई। यह बच्चा वारंटी भूषण महतो का पोता था। मात्र चार दिन पहले उनकी बहू नेहा देवी ने इस बच्चे को जन्म दिया था।
आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया
पुलिस भूषण पांडेय को गिरफ्तार नहीं कर सकी और घटना के बाद पूरी टीम वहां से निकल गई। नवजात की मौत पर घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीण भी गुस्से में हैं। लोग पुलिस टीम के सभी सदस्यों पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे हैं। घटना की जानकारी पुलिस के बड़े अधिकारियों को दी गई है।