उत्तर प्रदेश: मेरठ स्थित एक वाटर पार्क में स्लाइडिंग करते वक्त हादसा हो गया. दरअसल, स्लाइडिंग के दौरान एक युवक बेहोश हो गया. आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मृतक एक निजी बैंक में मैनेजर था. उसके साथियों का आरोप है कि वाटर पार्क में डॉक्टर की व्यवस्था नहीं थी. अगर होती तो शायद जान बच जाती.
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बता दें कि पूरा मामला मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के दिल्ली-देहरादून हाईवे पर स्थित फेंटेसी वर्ल्ड वाटर पार्क का है, जहां रविवार की दोपहर मोदीनगर निवासी मोहित जो कि दिल्ली में एक निजी बैंक की शाखा में मैनेजर थे अपने तीन दोस्तों के साथ आए थे.
वाटर पार्क में लापरवाही: समय पर इलाज न मिलने से युवक की मौत
वह दोस्तों के साथ वाटर पार्क में स्लाइडिंग कर रहे थे. लेकिन इसी बीच पानी में ऊपर से नीचे स्लाइड करते समय बेहोश हो गए. दोस्तों ने पार्क प्रबंधन से डॉक्टर बुलाने के लिए कहा लेकिन डॉक्टर की व्यवस्था नहीं थी. आरोप है कि एंबुलेंस का भी इंतजाम नहीं था. जिसपर तीनों युवक वाटर पार्क से बाहर आए और किसी तरीके से गाड़ी का इंतजाम किया और कार से मोहित को अस्पताल लेकर गए. मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी. डॉक्टरों ने मोहित को मृत घोषित कर दिया.
वहीं, पुलिस ने मोहित के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. पुलिस का कहना है कि शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है. मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगी. हालांकि, माना जा रहा है कि मौत का कारण हार्ट अटैक भी हो सकता है. फिलहाल, रिपोर्ट का इंतजार है.
उधर, वाटर पार्क के अंदर वॉटर स्लाइडिंग के समय बैंक मैनेजर की मौत होने से उसके साथियों और परिजनों का गुस्सा भड़क उठा. उन्होंने पार्क के अंदर जमकर हंगामा किया. उनका कहना था कि वाटर पार्क में कोई डॉक्टर तैनात नहीं था, अगर होता तो जान बच जाती. पूरी तरह से वाटर पार्क प्रशासन की लापरवाही है.
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