• Fri. Nov 22nd, 2024

    China की नापाक साज़िश! दुनिया का सबसे बड़ा डैम बनाकर पानी रोकने की फिराक में

    चीन

    पिछले तीन साल से भारत और चीन के बीच वैश्विक नियंत्रण रेखा (LAC) पर टकराव जारी है। चीन इस संघर्ष के बीच कुछ ऐसा करने जा रहा है जो परिस्थितियों को नियंत्रित करने की जगह इसे और भड़का सकता है।चीन ने ब्रह्मपुत्र, भारत की सबसे बड़ी नदी पर बांध बनाने की योजना बनाई है।

    भारत और चीन के बीच वास् तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर एक बार फिर टकराव की आशंका है। रिपोर्टों के अनुसार, चीन तिब्बत में यारलुंग-त्संगपो नदी की निचली धारा पर एक सुपर बांध बनाने की योजना बना रहा है, जो एलएसी के निकट है। भारत की सबसे बड़ी नदी को ब्रह्मपुत्र कहा जाता है। ब्रह्मा चेलानी, एक प्रसिद्ध जानकार जो चीन की राजनीति को अच्छी तरह जानता है, ने इस बात की पुष्टि की है।

    Also Read: Top U.S. General asserts that Ukraine counter-offensive is not a failure

    चीन

    चीन दुनिया के सबसे बड़े बांध का निर्माण गुप्त रूप से नहीं कर सकता, उन्होंने निक्केई एशिया में लेख लिखा।इस लेख के अनुसार, यह बांध 60 गीगावॉट की क्षमता रखेगा।

    Also Read: Singapore passport is the world’s most powerful

    तिब्‍बत से निकली ब्रह्मपुत्र

    ब्रह्मपुत्र नदी 3,969 किलोमीटर लंबी है, जो कैलाश पर्वत के पास एंगसी ग्लेशियर से निकलती है और पूर्व में हिमालय से घिरी है। चीन अगर ब्रह्मपुत्र नदी पर  में इसे यारलुंग-त्संगपो कहते हैं। अलग-अलग स्थानों से यह नदी बहती है। यह तिब्बत से शुरू होकर भारत से गुजरता है और बांग्लादेश में समाप्त होता है। 1,100 किलोमीटर पूर्व की ओर बहते हुए, यह कई छोटी-छोटी नदियों से मिलता है। बाद में यह अचानक उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ता है। फिर चीन को पार करते हुए हिमालय के पूर्वी छोर पर पर्वतीय श्रृंखलाओं के बीच संकरी घाटियों से दक्षिण की ओर मुड़ जाती है। भारत से बाहर निकलते ही, यह क्षेत्र एलएसी के तहत आता है और दोनों ओर 5,000 मीटर या उससे ज्यादा गहरी खाई में गिर जाता है। यह दुनिया में सबसे बड़ी नौवीं नदी है।

     उन्‍होंने निक्केई एशिया में एक आर्टिकल लिखा है।

    Also Read: टमाटर के बाद अब अदरक भी 300 रुपये किलो, धनिया 200 के पार

    Share With Your Friends If you Loved it!