संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के प्रवक्ता स्टीफन दुजार्रिक (Stephane Dujarric) ने कहा कि म्यांमार के तकरीबन चार हजार से छह हजार शरणार्थियों ने भारत से शरण की गुहार लगाई है।
फरवरी में म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद से विस्थापितों की बढ़ती संख्या को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (United Nations Refugee Agency, UNHCR) ने कहा कि पिछले हफ्ते तक म्यांमार में तकरीबन 60,700 महिलाएं, बच्चे और पुरुष देश में ही विस्थापित हुए।
प्रवक्ता दुजार्रिक ने कहा कि म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी एक फरवरी में हुए म्यांमार के सैन्य तख्तापलट के बाद से बढ़ते विस्थापन को लेकर काफी चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, ‘तब से देश में नागरिकों के खिलाफ काफी हिंसा हुई है। सीमावर्ती इलाकों में म्यामार सशस्त्र बलों और जातीय सशस्त्र संगठनों के बीच झड़पें तेज हुई है।’ म्यामार में UN टीम ने सभी देशों से यहां के लोगों को सुरक्षा देने की अपील की है।
प्रवक्ता ने जानकारी दी कि गत मार्च और अप्रैल के बीच 1,700 शरणार्थी थाइलैंड पहुंचे। इनमें से अधिकतर वापस म्यामार लौट गए वहीं हजारों शरणार्थी भारत से मदद मांग रहे हैं।
म्यांमार की भारत के साथ बंगाल की खाड़ी में समुद्री सीमा है और 1,600 किलोमीटर से अधिक लंबी बिना बाड़ की जमीनी सीमा है। भारत के चार पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर और मिजोरम म्यामार के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं।