सऊदी शिक्षा और प्रशिक्षण मूल्यांकन आयोग (ETEC) ने रविवार (18 दिसंबर) को इस बात का एलान किया कि देश में छात्राएं अब परीक्षा के दौरान पारंपरिक सऊदी पोशाक अबाया नहीं पहन सकेंगी. आयोग ने इस बात पर जोर देकर कहा कि छात्राओं को परीक्षा हॉल के अंदर स्कूल यूनिफॉर्म का पालन करना चाहिए. आयोग ने यह भी कहा कि सार्वजनिक शालीनता के तहत ड्रेस के प्रभावी नियमों का पालन करना चाहिए.
बता दें कि सऊदी शिक्षा और प्रशिक्षण मूल्यांकन आयोग को पहले शिक्षा मूल्यांकन प्राधिकरण के रूप में जाना जाता था. यह एक सरकारी संगठन है जो शिक्षा मंत्रालय के साथ सऊदी अरब में शैक्षिक और प्रशिक्षण प्रणालियों की योजना, मूल्यांकन और मान्यता के लिए जिम्मेदार है. मंत्रिपरिषद की डिक्री संख्या 120 के बाद 2017 में एक सरकारी इकाई के रूप में स्थापित ईटीईसी कानूनी और आर्थिक रूप से स्वतंत्र है और सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करता है.
प्रिंस ने लिए कई कड़े फैसले
कुछ दिनों पहले ही सऊदी अरब सरकार ने हज या उमरा करने वाली महिलाओं को बिना महरम यानी पुरुष गार्जियन के हज पर आने की छूट का एलान कर दिया. सऊदी अरब ने बिना महरम हज के अलावा महिलाओं के अधिकारों को लेकर कई तरह के बड़े बदलाव किए हैं. प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को इस तरह के बड़े और बोल्ड फैसले लेने के लिए सराहा जा रहा है. ये युवा शहजादा अपने क्रांतिकारी फैसलों को लेकर हमेशा चर्चा में रहे हैं. वहीं पड़ोसी देश ईरान में हिजाब पर पाबंदी को लेकर हंगामा हो रहा है. वहां महिलाओं ने बाल खुले रखने को लेकर सरकार को चुनौती दे रखी है. हिंसा में सैकड़ों ईरानी नागरिक मारे गए हैं, वहीं सरकार ने कई लोगों को इसके चलते फांसी तक दे दी है.