वर्ष 2025 में कुल चार ग्रहण होंगे, जिनमें पहला चंद्र ग्रहण होगा। यह ग्रहण फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर घटित होगा और एक खग्रास चंद्र ग्रहण रहेगा, जिसका ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व माना जा रहा है। पंचांग के अनुसार, यह ग्रहण सिंह राशि और उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र में होगा, जिससे इस राशि और नक्षत्र से जुड़े जातकों के लिए यह शुभ संकेत दे सकता है। हालांकि, यह ग्रहण कितना प्रभावी होगा और भारत में इसे देखा जा सकेगा या नहीं, आइए इसे विस्तार से समझते हैं।
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क्या यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा
यह ग्रहण मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, यूरोप के अधिकांश हिस्सों, अफ्रीका के बड़े क्षेत्र, प्रशांत, अटलांटिक और आर्कटिक महासागर, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, पूर्वी एशिया और अंटार्कटिका में स्पष्ट रूप से देखा जा सकेगा। हालांकि, भारत में इसे प्रत्यक्ष रूप से देख पाना संभव नहीं होगा, क्योंकि यह भारतीय समयानुसार दिन में घटित होगा, जब चंद्रमा आकाश में दिखाई नहीं देगा।
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