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    इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भारत ने दिया ये नया बयान

    bombing in gaza10 October 2023, Palestinian Territories, Gaza City: A view of the devastation around the Palestinian telecommunications company after it was targeted by Israeli airstrikes. The Israeli military said early Tuesday that it had retaken full control of the border with Gaza after Hamas militants breached defences at the weekend and went on a rampage through nearby communities. Photo: Mohammed Talatene/dpa (Photo by Mohammed Talatene/picture alliance via Getty Images)

    इजरायल-हमास युद्ध के चौथे महीने की शुरुआत हो चुकी है और इस दौरान गाजा में हो रही आम फिलिस्तीनियों की मौत पर भारत ने संयुक्त राष्ट्र में एक महत्वपूर्ण बयान दिया है। भारत ने गाजा में हो रही आम नागरिकों की मौत को अस्वीकार्य और निंदनीय बताया है। संयुक्त राष्ट्र के मंच पर भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कांबोज ने बताया कि 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर आतंकी हमला किया था और इसकी जिम्मेदारी उस पर है।

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    भारत ने इस मामले में एक सख्त स्थान लिया है और फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत को लेकर निर्दोषता की भारत ने दिखाई है। भारत ने यह भी बताया है कि वह इजरायल और फिलस्तीन के नेताओं के साथ संपर्क में रहा है और पश्चिम एशिया में तनाव को बढ़ाने से बचाव कर रहा है। भारत ने स्पष्ट रूप से यह संदेश दिया है कि उसका उद्देश्य मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति और शांति स्थापित करने के लिए सहायता करना है।

    कंबोज का भारत के लिए स्पष्ट समर्थन: हमास के हमले पर संयुक्त राष्ट्र में दिया महत्वपूर्ण बयान

    रुचिरा कांबोज ने 7 अक्टूबर को हुए हमास के आतंकी हमले पर भारत का कड़ा खिलाफत दिखाते हुए कहा है कि भारत बंधक बनाए गए लोगों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करता है। उन्होंने 193 सदस्यीय यूएनजीए को बताया कि “भारत का नेतृत्व इजरायल और फलस्तीन सहित क्षेत्र के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है” और इस संबंध में भारत का स्पष्ट संदेश है।

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    कंबोज ने मानवीय सहायता की निरंतर आपूर्ति को सुनिश्चित करने और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए तनाव को रोकने की महत्वपूर्णता पर बातचीत की और कहा, “बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष का शांतिपूर्ण समाधान ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।”

    महासभा की बैठक को मंगलवार को बुलाया गया था, जिसमें पूरे गाजा पट्टी में मानवीय सहायता की आपूर्ति को लेकर 22 दिसंबर, 2023 को सुरक्षा परिषद में पेश एक प्रस्ताव में रूस द्वारा प्रस्तावित संशोधन पर अमेरिका द्वारा वीटो का इस्तेमाल किया गया था।

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