रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने आखिरकार यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान कर ही दिया। व्लादिमिर पुतिन ने गुरुवार सुबह रूसी टेलिविजन पर एक बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर रहे हैं, जिसका मकसद डिमिलिटराइजेशन है। हमारा मकसद पूरे यूक्रेन को हथियाना नहीं है। पुतिन ने नाम लिए बगैर अमेरिका और NATO को भी धमकी दी।
उन्होंने कहा कि हमारे ऑपरेशन में दखल देने वालों को अंजाम भुगतना होगा।
पुतिन का बयान, सबसे अहम 3 बातें
1. यूक्रेनी सेना हथियार डाल दे
पुतिन ने टेलीविजन पर दिए अपने बयान में कहा- हम यूक्रेन की सेना से अपील करते हैं कि अपने हथियार डाल दें।
यूक्रेन की सेना ने रूस को डराया है और यह सब कुछ नियो नाजी लोगों के इशारे रहा है।
पूर्वी यूक्रेन में 2014 में बने अलगाववादी इलाकों ने हमसे मदद मांगी थी, उनके कहने पर ही हम यह कदम उठा रहे हैं।
2. नरसंहार सह रहे विद्रोहियों की हिफाजत हमारा मकसद
हमारा मकसद उन लोगों की हिफाजत करना है, जो पिछले 8 साल से यातना और नरसंहार का शिकार हैं।
इसके लिए हम यूक्रेन में डीमिलिटराइजेशन का कदम उठाने जा रहा हैं।
NATO हम उन लोगों को अदालत तक ले जाएंगे, जिन्होंने जनता के साथ खूनी गुनाह किए हैं।
इसमें रूसी फेडरेशन के लोग भी शामिल हैं।
3. दखल दिया और हमारे लोगों को डराया तो अंजाम भुगतना होगा
अगर किसी ने भी यूक्रेन और रूस के बीच दखल देने की कोशिश की ।
हमारे लोगों और हमारे देश को डराने की कोशिश की तो वह जान ले कि रूस तुरंत इसका जवाब देगा और उन्हें ऐसा अंजाम भुगतना होगा, जो उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा।
हम किसी भी तरह के हालात के लिए तैयार हैं।