पाकिस्तान में एक दर्जन आतंकवादी संगठन हैं, और अमेरिका को पाकिस्तान को कोई मदद नहीं देनी चाहिए। यह कुछ ऐसा है जो अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने अपने अभियान के दौरान कहा।
न्यूयॉर्क पोस्ट के लिए लिखे गए आर्टिकल में निक्की ने कहा कि सिर्फ वही लोग भरोसे के लायक हैं जो दुश्मनों के खिलाफ हमारे साथ खड़े होते हैं। जो हमारे दोस्तों की मदद करते हैं।
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के लिए चल रहे 51 वर्षीय भारतीय-अमेरिकी निक्की हेली ने कहा कि पाकिस्तान में कम से कम एक दर्जन आतंकवादी संगठन मौजूद हैं और देश को संयुक्त राज्य अमेरिका से मदद नहीं मिलनी चाहिए। हेली ने बुधवार को यह ट्वीट किया।
रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति बनती हैं तो अमेरिका पाकिस्तान और चीन जैसे देशों को कोई फंडिंग नहीं करेगा। इसका मतलब यह है कि अमेरिका इन देशों की मदद नहीं करेगा, जो दुष्ट हैं और अमेरिका से नफरत करते हैं। हम अपने करदाताओं का पैसा इन देशों को देकर बर्बाद नहीं करेंगे।
और क्या कहा?
‘पाकिस्तान उन आतंकवादियों को समर्थन करता है, जो अमेरिकी सैनिकों को मारते हैं |’
निमरता निक्की हेली एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ ने कहा कि जो लोग हमारे दुश्मनों के खिलाफ हमारे साथ खड़े होते हैं वही भरोसेमंद होते हैं। उसने कहा कि राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान को सैन्य सहायता पर रोक लगा दी थी क्योंकि पाकिस्तान अमेरिकी सैनिकों को मारने वाले आतंकवादी संगठनों का समर्थन करता है। बाइडेन सरकार ने इस प्रतिबंध को हटा दिया। हेली ने कहा कि पाकिस्तान में 12 से ज्यादा आतंकी संगठन हैं। वहां की सरकार भी चीन का समर्थन करती है। अगर हेली राष्ट्रपति बनती हैं तो यह सैन्य सहायता बंद कर दी जाएगी।
निक्की हेली ने चीन को भी आड़े हात लेते हुऐ कहा :
‘अमेरिकी टैक्सपेयर्स का पैसा पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि चीन को भी भेजा जा रहा’
निक्की हेली ने कहा कि अमेरिका दुनिया भर के विभिन्न देशों पर काफी पैसा खर्च करता है और उनमें से कुछ देश बहुत अच्छे नहीं हैं। उदाहरण के लिए, संयुक्त राज्य अमेरिका पाकिस्तान पर बहुत पैसा खर्च करता है, जो कि एक खतरनाक देश है। हम चीन पर भी पैसा खर्च करते हैं, जो एक खतरनाक देश है। हम बेलारूस पर भी पैसा खर्च करते हैं, जो व्लादिमीर पुतिन का करीबी सहयोगी है। हम क्यूबा पर भी पैसा खर्च करते हैं, जो आतंकवाद का प्रायोजक है। इन सबके बावजूद निक्की का कहना है कि इराकी सरकार ईरानियों के करीब है, जो “अमेरिका की मौत” चिल्लाते हैं और हमारी सेना पर हमला करते हैं।
उन्होंने ने कहा कि पूर्व में अमेरिका में जो भी पार्टी सत्ता में रही है वह पुरानी नीतियों का इस्तेमाल करते हुए विदेशी सहायता आवंटित करने के लिए जिम्मेदार रही है. यह पैसे की बर्बादी है और यूएन एंबेसडर के तौर पर निक्की ने देखा है कि किस तरह कुछ देश सबके सामने हमारे बारे में बुरी बातें करते हैं, लेकिन फिर बाद में अमेरिका से मदद मांगने आते हैं। अब वह ऐसा नहीं होने देंगी।