अमेरिका की एक मीडिया ने यह भी बताया कि आईएमएफ (IMF) की तरफ से मिले बेलआउट पैकेज में कुछ कठोर शर्तें रखी गई हैं, जिसकी वजह से देश को बड़े विरोध का सामना करना पड़ा।
पाकिस्तान की बिगड़ते आर्थिक हालातों से कोई अनजन नहीं है। आए दिन अन्य देशों के सामने हाथ फैला देता है। इसी क्रम में, पाकिस्तान अपने गिरते विदेशी मुद्रा भंडार को बचाने के लिए हर किसी से रहम की मांग कर रहा था। तभी, जुलाई में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने पड़ोसी देश की मदद करने के लिए तीन अरब डॉलर वाले राहत पैकेज का एलान किया। इससे वहां के लोगों के चेहरे खिल गए। हालांकि, अब इसी मदद को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। एक रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि उसे यह मदद अमेरिका के साथ हुई एक गुप्त डील के तहत मिली थी।
Also Read: Baby born with 26 fingers in Rajasthan
दो सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि अमेरिका ने गुप्त हथियारों की खरीद के बदले इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान के लिए आईएमएफ बेलआउट पैकेज की एक डील सुरक्षित की थी। यह डील यूक्रेन की सेना को हथियारों की सप्लाई के मकसद से जुड़ी थी। एक अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट ने पाकिस्तान और अमेरिका के सरकारी दस्तावेजों की पुष्टि करने वाले सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे यह पता चलता है कि पाकिस्तान को किस कदर अमेरिका से दबाव का सामना करना पड़ा था। क्योंकि हथियारों की बिक्री यूक्रेनी सेना की आपूर्ति के उद्देश्य से की गई थी। आगे कहा गया है कि इससे यह भी पता लगता है कि कैसे राजनीतिक और फाइनेंस से जुड़ा एलीट वर्ग छिपकर काम करता है। इसके बारे में कभी जनता को कुछ पता नहीं लग पाता है।
Also Read: ‘World Cup Jeetne Ke Baad..’: Rohit Sharma’s Million Dollar Reaction