प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कॉमरेड प्रचंड को नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर बधाई दी है।
“नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर कॉमरेड प्रचंड को हार्दिक बधाई। भारत और नेपाल के बीच अनूठे संबंध गहरे सांस्कृतिक जुड़ाव और लोगों के बीच गर्मजोशी भरे आपसी संबंधों पर आधारित हैं। मैं इस दोस्ती को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं।”
जानिए पुष्प कमल दहल के बारे में 5 बड़ी बातें
- पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) प्रचंड तीसरी बार नेपाल का प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। कम्युनिस्ट पार्टी-माओवादी के राजनीति में आने के बाद प्रचंड मुख्यधारा की राजनीति में शामिल हो गए थे।
- पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) को नेपाल की हिंदू राजशाही के खिलाफ एक दशक लंबे विद्रोह का नेतृत्व करने लिए भी जाना जाता है। उन्हें माओवादी गुरिल्ला नेता के रूप में पहचाना जाता है।
- तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बनाए जा रहे पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) को चीन समर्थक के रूप में देखा जा रहा है। वह कई बार चीन के समर्थन में बयान देते रहे हैं।
- 11 दिसंबर 1954 को पोखरा के पास कास्की जिले के धिकुरपोखरी में जन्मे प्रचंड करीब 13 साल तक अंडरग्राउंड रहे। उन्होंने 1996 से 2006 तक एक दशक लंबे सशस्त्र संघर्ष का नेतृत्व किया जो अंतत नवंबर 2006 में व्यापक शांति समझौते पर हस्ताक्षर के साथ समाप्त हुआ।
- पुष्प कमल दहल (Pushpa Kamal Dahal) भारत से सीमा मुद्दे पर लगातार चर्चा करते रहे हैं। 2022 में वह अपनी तीन दिनों की यात्रा पर भारत आए थे। इस दौरान उन्होंने दोनों देशों के बीच सीमा विवाद का मुद्दा उठाया था। इसके साथ ही यहां उन्होंने 1950 के भारत नेपाल मैत्री समझौते की समीक्षा की मांग को उठाया था।