चीन से बढ़ते खतरे के बीच जापान और अमेरिका ने बड़ी सैन्य डील की है। दोनों देश मिलकर चीन की हरकतों का जवाब देंगे। टोकियो में रविवार को हुई बैठक में रक्षा प्रमुखों और शीर्ष राजनयिकों ने अपने सैन्य सहयोग को मजबूत करने के लिए कई मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें अमेरिकी सेना के कमान और नियंत्रण को अद्यतन करना और जापान में अमेरिकी लाइसेंस प्राप्त मिसाइल का उत्पादन बढ़ाना शामिल है।
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ऑस्टिन ने कहा कि चीन अपनी ताकत बढ़ाने में लगा हुआ है।
ऑस्टिन ने कहा कि चीन पूर्वी और दक्षिण चीन सागर, ताइवान के आसपास और पूरे क्षेत्र में अपना दबदबा बढ़ाने और यथास्थिति बदलने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम और रूस के साथ उसके बढ़ते सहयोग को क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा बताया। ऑस्टिन ने कहा कि मंत्रियों ने अमेरिकी बलों सहित दोनों देशों की कमान और नियंत्रण संरचनाओं को आधुनिक बनाने के प्रयासों पर चर्चा करने की योजना बनाई है। बैठक में मार्च में जापान के एकीकृत कमान बनाने के प्रयासों और अमेरिकी कमान और नियंत्रण प्रणाली को उन्नत बनाने पर भी चर्चा हुई।
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जापान-अमेरिका सुरक्षा वार्ता
जापान-अमेरिका सुरक्षा परामर्श समिति की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने अपने जापानी समकक्षों योको कामिकावा और मिनोरू किहारा से “2+2” सुरक्षा वार्ता की। बैठक में इस वर्ष नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से जो बाइडन के अपना नाम वापस लेने के बाद गठबंधन को जारी रखने पर भी सहमति जताई गयी। कामिकावा ने कहा, “हम इतिहास के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं, क्योंकि नियम-आधारित, स्वतंत्र और खुली अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था पूरी तरह से हिल चुकी है।
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