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    अमेरिका के चुने गए राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि पिछले हफ्ते, हमने अपने लोकतंत्र पर एक अभूतपूर्व हमला देखा

    ByGayatri Pardhi

    Jan 15, 2021 biden, Democracy, US

    अमेरिका के चुने गए राष्ट्रपति जो बिडेन ने कैपिटॉल बिल्डिंग पर हमले को लेकर कहा कि  पिछले हफ्ते, हमने अपने लोकतंत्र पर एक अभूतपूर्व हमला देखा। यह हमारे राष्ट्र के 244 साल के इतिहास में देखी गई किसी भी चीज के उलट था। उन्होंने कहा कि इस आपराधिक हमले की योजना बनाई गई और कॉर्डिनेट किया गया। यह राजनीतिक चरमपंथियों और घरेलू आतंकवादियों द्वारा किया गया था, जिन्हें राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा इस हिंसा के लिए उकसाया गया था। यह अमेरिका के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह था और जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

    बाइडेन ने कहा- यह राष्ट्र एक घातक वायरस और गिरती अर्थव्यवस्था की चपेट में है। मुझे उम्मीद है कि सीनेट नेतृत्व महाभियोग पर अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियों से निपटने के लिए एक रास्ता खोजेगा, जबकि इस राष्ट्र के अन्य जरूरी व्यवसाय पर भी काम करेगा।

    गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव में अपनी हार स्वीकार नहीं की है और वह तीन नवम्बर को हुए चुनाव में धोखाधड़ी के बेबुनियाद दावे लगातार करते रहे हैं। उनके इन दावों के बीच ही, कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) में ट्रंप के समर्थकों ने धावा बोला था और हिंसा की थी, जिसमें कैपिटल पुलिस के एक अधिकारी तथा चार अन्य लोगों की मौत हो गई थी।

    एक तरफ नव निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन देश की बागडोर संभालने की तैयारी कर रहे हैं तो वहीं ट्रंप के प्रचार अभियान की तरफ से कहा गया है कि 2020 का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अभी संपन्न नहीं हुआ है और संकेत दिया कि वह ‘सटीक और ईमानदार मतगणना’ नजीते हासिल करने के सभी संभावित विकल्पों को टटोलेंगे। निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीन नवंबर को राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनावों में डेमोक्रेट बाइडन से करीबी मुकाबले के बाद हार मानने से इनकार कर दिया और वह परिणाम के लिहाज से अहम रहे कई राज्यों में कानूनी लड़ाई का दबाव बना रहे हैं, लेकिन मतदाताओं को लेकर अनियमितताओं या चुनावों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। इन चुनावों को हालिया अमेरिकी इतिहास में सबसे विभाजक और कड़वाहट भरे राष्ट्रपति चुनाव के तौर पर देखा जा रहा है।

    राष्ट्रपति का नतीजों को स्वीकार करने से इनकार का मतलब है कि चुनाव संबंधी विवाद हफ्तों चल सकता है क्योंकि राज्य अपने आंकड़ों को प्रमाणित करेंगे या फिर यह दिसंबर के मध्य तक खिंच सकता है जब 538 सदस्यीय इलेक्टोरल कॉलेज को मतदान करना है। राष्ट्रपति ट्रंप बार-बार और निराधार दावे करते रहे हैं कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने चुनाव के नतीजों में गड़बड़ी की कोशिश की।

    कुछ अमेरिकी मीडिया के अनुमानों के मुताबिक बाइडन ने कम से कम 290 इलेक्टोरल मत जीते हैं जो 538 इलेक्टोरल कॉलेज मतों में से जीत के लिये जरूरी 270 से 20 ज्यादा हैं। ट्रंप को 214 इलेक्टोरल मत मिले हैं। शनिवार को मीडिया ने चूंकि बाइडन के महत्वपूर्ण राज्य पेन्सिलवेनिया में जीत और व्हाइट हाउस पर दावा करने के लिये पर्याप्त मत हासिल करने का अनुमान व्यक्त किया था, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने सत्ता की बागडोर संभालने की अपनी योजना पर कदम बढ़ाने शुरू कर दिये थे।

    बाइडन ने सोमवार को कोरोना वायरस पर उन्हें परामर्श देने के लिये एक कार्यबल का गठन किया था। इस महामारी से देश में 2.36 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। बाइडन तकनीकी रूप से मौजूदा सरकारी कर्मचारियों के साथ जनवरी के अपने शपथ-ग्रहण से पहले सरकार बनाने की पहल नहीं कर सकते, जब तक ट्रंप द्वारा ऐसा करने की मंजूरी न दी जाए। ट्रंप ने बाइडन से हार नहीं मानी है और सार्वजनिक रूप से हार स्वीकार भी नहीं की है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने सोमवार को मतदाताओं की धोखाधड़ी को लेकर अपुष्ट दावे किए।

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