दुनियाभर में मंकीपॉक्स वायरस के मामलों में कमी देखी जा रही है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस के नाम को बदलने पर विचार कर रहा है. यूएस न्यूजपेपर रिपोर्ट के मुताबिक, WHO मंकीपॉक्स को एमपॉक्स नाम देगा. वायरस का नाम बदलने को लेकरअमेरिकी प्रशासन कीओर से लगातार की जा रही अपील के बाद संगठन ने यह फैसला लिया है. बुधवार तक नाम को परिवर्तित किया जा सकता है.
दुनियाभर में अब तक मंकीपॉक्स के मामलो में अब कमी देखी जा रही है, लेकिन मई की शुरुआत मेंअमेरिका और यूरोप में इस वायरस के केस तेजी से बढ़ रहे थे. अमेरिका में मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी भी घोषित कर दिया गया था. यूएस में इस वायरस के 30 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए जा चुके हैं. ये वायरस अफ्रीका से फैला था. ऐसा पहला बार हुआ था कि एंडेमिक वाले इलाकों में भी मंकीपॉक्स के हजारों मामले सामने आए थे. भारत में भी इस वायरस के केस दर्ज किए गए थे, हालांकि देश में मंकीपॉक्स फैला नहीं और यहां इस वायरस के 20 से भी कम केस सामने आए थे.
किसी भी बीमारी का नाम क्षेत्र से संबंधित होता है
अपने प्रोटोकॉल के अनुसार , WHO किसी भी बीमारी का नाम उस क्षेत्र से संबंधित भी रख देता है. कई बार ऐसा करने से उस क्षेत्र की साख भी प्रभावित होती है. मंकीपॉक्स वायरस बंदरों से फैला था और उसकी शुरुआत अफ्रीका से हुई थी. ऐसे में अब इसकानाम बदलने का फैसला लिया गया है. नाम बदलने का मकसद किसी भी सांस्कृतिक या जातीय समूहों का अपमान होने से बचाना है. WHO ने जुलाई में मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए इसे राष्ट्रीय हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया था.