देश में अब तक राष्ट्रपति पद के लिए 15 बार चुनाव हो चुके हैं, जिसमें 14 शख्सियतें का राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचन हो चुका है। इनमें पांच ब्राह्मण, तीन मुस्लिम, दो दलित, एक कायस्थ, एक महिला और सिख समाज से आने वाले एक शख्स शामिल हैं। आजादी के बाद से लेकर अब तक डॉ. राजेंद्र प्रसाद एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति रहे, जिन्हें लगातार दो टर्म यानी दस साल इस पद पर रहने का मौका मिला।
दिलचस्प यह है कि देश के जो 14 राष्ट्रपति निर्वाचित हुए, उनमें से 7 दक्षिण भारत के थे। इनमें तमिलनाडु के सर्वपल्ली राधाकृष्णन, आर वेंकटरमण और एपीजे अब्दुल कलाम, आंध्र प्रदेश से जाकिर हुसैन और नीलम संजीव रेड्डी, केरल के केआर नारायणन और ओडिशा से वीवी गिरि शामिल हैं, जबकि 7 राष्ट्रपति शेष भारत से चुने गए हैं।
इसमें बिहार से डॉ. राजेंद्र प्रसाद, दिल्ली से फखरुद्दीन अली अहमद, पंजाब से ज्ञानी जैल सिंह, मध्य प्रदेश से डॉ. शंकर दयाल शर्मा, राजस्थान-महाराष्ट्र की प्रतिभा पाटिल, पश्चिम बंगाल के प्रणब मुखर्जी और उत्तर प्रदेश के रामनाथ कोविंद शामिल हैं। पद पर रहते हुए जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद की मृत्यु हो गई थी, जिसके कारण तीन लोगों को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाना पड़ा।