• Mon. Dec 23rd, 2024

    मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लगता है कि मेरी पीठ में खंजर घोंपकर वे मेरे राजनीतिक वजन को कम कर सकते हैं। मगर वे यह बात ध्यान में रखें कि यही देवेंद्र फडणवीस तुम्हारी ‘सत्ता की बाबरी’ के ढांचे को गिराए बिना न तो शांत बैठेगा और न हीं रुकेगा। उद्धव ठाकरे यह भी ध्यान रखो कि बालासाहेब ठाकरे मैदे की बोरी कह कर शरद पवार को बुलाते थे और तुम उसी मैदे की बोरी के समक्ष नाक रगड़ कर मुख्यमंत्री बने हो। इस प्रकार के कई तीखे प्रकार भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को हिंदी भाषी महासंकल्प सभा में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर किया।

    उन्होंने कहा कि सिर्फ बाघ की फोटोग्राफी करने से कोई बाघ नहीं बन जाता। बाघ बनने के लिए सीना आगे कर चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। हां, यह सच है कि बाल ठाकरे बाघ थे परंतु अब इस देश में सिर्फ एक ही शेर है और उसका नाम नरेंद्र मोदी है।

    ऑफिशियल डिवोर्स लिए बिना शिवसेना हमें छोड़कर भागी

    मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शनिवार को बांद्रा के बीकेसी मैदान में सभा हुई थी। यही कारण रहा कि इसके दूसरे दिन रविवार की शाम मुख्यमंत्री के करारे हमलों का जवाब भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी जमकर दिया। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे भाजपा पर एक तरफा प्रेम का आरोप लगाते हैं जबकि हकीकत यह है कि पांच वर्षों से शिवसेना ने हमारे साथ संसार चलाया। हमारे ही नाम पर चुनाव में वोट मांगा। और हमारी ही संपत्ति ली और चुनाव बाद दूसरे से शादी कर ली। जबकि शिवसेना को ऐसा करते वक्त भाजपा के साथ ऑफिशियल डाइवोर्स करना चाहिए था वह भी नहीं किया।

    फडणवीस तुम्हारी ‘सत्ता की बाबरी’ के ढांचे को गिराए बिना न तो शांत बैठेगा और न हीं रुकेगा

    मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने फडणवीस के शारीरिक वजन को लेकर अपने भाषण में मजाक उड़ाया था। उन्होंने कहा था कि यदि बाबरी ढांचा विध्वंस के वक्त देवेंद्र ने अपना एक पैर भी रखा होता, तो ढांचा गिर जाता। इसका जवाब देते हुए विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने एक गीत गाते हुए कहा, “अरे! मैं तो अयोध्या जा रहा था! मैं तो बावरी गिरा रहा था! मंदिर बना रहा था, तुझको मिर्ची लगी तो मैं क्या करूं?” इसके आगे उन्होंने कहा कि बाबरी गिराने में अयोध्या गया था। इसका मुझे अभिमान है।

    हनुमान चालीसा के मुद्दे पर भी ठाकरे को घेरा

    उन्होंने कहा, नवनीत राणा और रवि राणा नादान हैं।

    इनको को पता ही नहीं है कि हनुमान चालीसा की दो लाइनें उद्धव ठाकरे|

    और महाविकास आघाडी सरकार को पहले से ही पता है।

    सिर्फ उन दो लाइनों पर ये लोग पहले से काम कर रहे हैं।

    और वो दो लाइने हैं :- “राम दुआरे तुम रखवारे, “होत न आज्ञा बिनु पैसा रे॥

    ” इसीलिए 24 महीनों में 53 प्रॉपर्टी तैयार हो गई।

    और शिवसेना के नेता यशवंत जाधव ने ‘अपनी मातोश्री’ को 50 लाख की घड़ी भी दे दी।

    फडणवीस ने कहा कि इस महासंकल्प सभा की शुरुआत हनुमान चालीसा का पाठ करते हुई|

    हनुमान चालीसा हमारे दिल में रहती है।

    Share With Your Friends If you Loved it!