उत्तराखंड में भारी बारिश से हाहाकार मचा हुआ है. अब तक 52 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और कई लोग अब भी लापता हैं. हालात इस कदर खराब हो गए है कि लोगों के पास खाने का सामान भी नहीं है.
बारिश से उत्तराखंड में कोहराम :
उत्तराखंड में इन्द्रदेव मेहरबान हुये तो राहत के साथ आफत भी आई। तेज बारिश से गंगा-सौंग व चन्द्रभागा उफान पर रही। प्रदेश के अन्य जिलों में भी बारिश के बाद नदियां उफान पर हैं।
नदियों के उफान के बाद प्रशासन की ओर से बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। गौहरीमाफी में भू-कटाव होने से दिक्कत बढ़ सकती है।
जबकि गंगा में सिल्ट की मात्रा 55 सौ पीपीएम होने से चीला में उत्पादन प्रभावित हो सकता है। शाम चार बजे गंगा चेतावनी के निशान को पार कर गई।
बुधवार को शहर व ग्रामीण क्षेत्र में मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। पहाड़ में बारिश से गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई।
दोपहर बाद एक लाख तीस हजार क्यूसेक से अधिक पानी बहने पर गंगा चेतावनी निशान 339. 50 मीटर के करीब से बहने लगी।
शाम चार बजे बाद जलस्तर चेतावनी निशान को पार कर गया। पानी बढ़ने पर बाढ़ सूचना केंद्र पर तैनात कर्मियों को सतर्क कर दिया गया। देर शाम तक गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी है। जबकि चन्द्रभागा व खारास्रोत बरसाती नाले उफनने से तट पर बसे लोग दहशत में रहे।
बाजार के बाजार डूबे, ट्रैक्टर-ट्रॉली पर गाड़ी रखकर सड़क पार कर रहे लोग:
चन्द्रभागा पुल के पास कुछ झोपड़ियों में बरसाती पानी भी घुसा। एसडीएम अपूर्वा सिंह ने बताया कि पहाड़ में बारिश से गंगा व उसकी सहायक नदियां उफान पर रही।
गौहरीमाफी में भू-कटाव होने से कृषि भूमि को नुकसान होने के साथ बरसाती पानी के गांव में घुसने की आशंका है। इसलिये सिंचाई विभाग को तट पर क्षतिग्रस्त वायरक्रेट लगाने को कहा गया है।
ग्रामीण क्षेत्र खदरी, श्यामपुर, छिद्दरवाला, चकजोगीवाला, भट्टोंवाला, गुमानीवाला, अमितग्राम में जलभराव से ग्रामीणों का सड़क पर चलना दूभर हो रखा है।
शहर के पुरानी सब्जीमंडी, हरिद्वार मार्ग, प्रगतिविहार, गंगानगर, मायाकुंड, चन्द्रभागा, रेलवे रोड़, पुराना रोडवेज अड्डा, तिलकमार्ग, कैलाश गेट, चौदहबीघा व ढालवाला के विभिन्न वार्डों में जलभराव होने से दिक्कतें आई।
नालियां चौक होने से बरसाती पानी सड़क पर बहता रहा। मेयर अनिता ममगाईं ने बताया कि चौक नालियां खोलने को निगमकर्मियों की टीम तैनात की गई है। वह स्वयं जानकारी मिलते ही मौके पर जा रही है।
वहीं दूसरी ओर, हरिद्वार और रुड़की में भी बरसात के बाद नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
हरिद्वार में हुई झमाझम बारिश से खड़खड़ी श्मशान घाट के समीप रपटे पर खड़ी कार बहकर हरकी पैड़ी कांगड़ा घाट पहुंच गई।