अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए आतंकी हमले के बाद भले ही अमेरिका ने ड्रोन हमले से जवाब दिया हो, लेकिन तालिबान का फैलाव बढ़ता जा रहा है। अब खबर है कि काबुल एयरपोर्ट के 3 गेट समेत कुछ इलाकों को अमेरिकी सैनिकों ने छोड़ दिया है, जिसके बाद यहां पर तालिबान का कब्जा हो गया है। समूह के एक अधिकारी ने रविवार को स्थानीय मीडिया को इसकी जानकारी दी है।
26 अगस्त को हुआ था हमला
यूएस ने तालिबान को एयरपोर्ट के गेट का नियंत्रण ऐसे समय पर सौंपा है, जब कुछ दिन पहले 26 अगस्त को ISIS-K आतंकवादियों ने सुविधा के पूर्वी गेट पर आत्मघाती हमला किया था, जिसमें 170 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे.
इससे पहले तालिबान के एक अधिकारी ने कथित तौर पर कहा था कि समूह के विशेष बल, और तकनीकी पेशेवरों और योग्य इंजीनियरों की एक टीम अमेरिकी बलों के जाने के बाद एयरपोर्ट के सभी चार्ज लेने के लिए तैयार हैं.
बता दें कि अमेरिका को 31 अगस्त तक अपने सभी सैनिकों की वापसी के काम को पूरा करना है. वहीं, कई पश्चिमी देशों ने सभी अमेरिकी बलों की वापसी के लिए मंगलवार की समय सीमा से पहले लोगों को अफगानिस्तान से निकालने के अपने अभियान को पूरा कर लिया है.
गुरुवार सुबह ही दी गई थी चेतावनी
ये आतंकी हमला तब हुआ था जब गुरुवार सुबह ही अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को इसके बारे में चेतावनी दी थी. सभी देशों ने अपने नागरिकों से काबुल एयरपोर्ट से दूर जाने को कहा था, क्योंकि आतंकी हमले का खतरा था. इस चेतावनी के कुछ घंटों बाद ही काबुल एयरपोर्ट पर इतना भयावह हमला हो गया.