अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के दो सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी के वन क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान के नौवें दिन मेंढर में सार्वजनिक घोषणाए की गईं और स्थानीय निवासियों को अपनी सुरक्षा के लिए घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है.
जम्मू कश्मीर
जम्मू कश्मीर में लगातार सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. ऐसे में सेना की तरफ से चलाए जा रहे पुंछ-राजौरी जंगल में आतंकवाद विरोधी अभियान के चलते लोगों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है.
अधिकारियों ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के दो सीमावर्ती जिलों पुंछ और राजौरी के वन क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान के नौवें दिन मेंढर में सार्वजनिक घोषणाएं की गईं और स्थानीय निवासियों को अपनी सुरक्षा के लिए घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है.
अधिकारियों ने कहा कि भट्टा दुरियन और आसपास के इलाकों में स्थानीय मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सतर्क किया गया था.
दरअसल, सुरक्षा बल पुंछ जिले के मेंढर के वन क्षेत्र में छिपे हुए आतंकवादियों के खिलाफ अंतिम हमले की तैयारी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि लोगों को सतर्क करते हुए कहा गया है कि वे वन क्षेत्र में न जाएं और अपने पशुओं को भी अपने घरों में ही रखें. इसके अलावा लोगों को राशन जुटाने के लिए भी कहा गया है.
आतंकवाद :
जम्मू कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिलों में वन क्षेत्र में आतंकवाद निरोधक अभियान को मंगलवार को 9 दिन हो गए. वहीं मेंढर में सार्वजनिक घोषणाएं कर स्थानीय लोगों से घरों में रहने को कहा गया है.
अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि भट्टा दुर्रियां और आसपास के क्षेत्रों में स्थानीय मस्जिदों से मुनादी कर लोगों को सतर्क किया गया.
सुरक्षा बल आतंकवादियों के खिलाफ अंतिम वार की तैयारी कर रहे हैं जो पुंछ जिले के मेंढर में वन क्षेत्र में छिपे हो सकते हैं.
अधिकारियों के अनुसार, लोगों से वन क्षेत्र में नहीं जाने को और अभियान के मद्देनजर अपने मवेशियों को भी घरों में रखने को कहा गया है.
इसके अलावा लोगों को राशन भी जुटाकर रखने के लिए कहा गया है.
अधिकारियों ने बताया कि बाहर गये लोगों को मवेशियों के साथ घर लौटने को कहा गया है. पुंछ के सुरनकोट इलाके में 11 अक्टूबर को शुरू हुई मुठभेड़ में एक जेसीओ सहित पांच सैन्य कर्मी शहीद हो गए थे.