• Fri. Nov 22nd, 2024

    पंजाब: कैप्टन अमरिंदर सिंह बनाएंगे अपनी राजनीतिक पार्टी

    किसान आंदोलन का समाधान होने पर BJP से होगा गठबंधन: कैप्टन अमरिंदर सिंह

    पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने जल्द ही अपनी राजनीतिक पार्टी लॉन्च करने की घोषणा की है। उन्होंने किसान आंदोलन का समाधान करने पर बीजेपी के साथ गठबंधन करने का भी ऐलान किया है।

    पंजाब

    एक साल से अधिक समय से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हमारे किसानों सहित पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए जल्द ही अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करेंगे।

    पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने घोषणा की है कि वो जल्द ही अपनी नई राजनीतिक पार्टी की घोषणा करेंगे। उनके मीडिया एडवाइजर रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर कहा कि अमरिंदर सिंह ने कहा है कि पंजाब के भविष्य की लड़ाई जारी है।

    वो आगे कहते हैं कि अगर किसानों के आंदोलन को किसानों के हित में सुलझाया जाता है तो 2022 के पंजाब चुनाव में बीजेपी के साथ सीट समझौते की उम्मीद है।

    समान विचारधारा वाले दलों- अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा के साथ गठबंधन किया जा सकता है।

    साथ ही समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन किया जा सकता है, जैसे अलग हुए अकाली समूहों, विशेष रूप से ढींडसा और ब्रह्मपुरा गुटों के साथ।

    मुस्लिम विरोधी नहीं है भाजपा : कैप्टन अमरिंदर सिंह

    18 सितंबर को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद यह पहला मौका है, जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में  खुलकर बात की है।

    मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद ही वह कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी में शामिल नहीं होने की बात कह चुके हैं।

    बीजेपी जॉइन न करने की बात को एक बार फिर उन्होंने दोहराया, लेकिन कहा कि उसके साथ गठबंधन करना चाहेंगे।

    जब उनसे पूछा गया कि क्या आप पंजाब में मुसलमानों, सिखों और हिंदुओं के बीच कोई समस्या देखते हैं, तो अमरिंदर ने जवाब दिया, “किसान आंदोलन से पहले पंजाब में मोदी सरकार का विरोध नहीं था।”  हालांकि, उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इसका समाधान खोजने की कोशिशें चल रही हैं।

    अमरिंदर ने यह भी कहा कि वह भाजपा को सांप्रदायिक और मुस्लिम विरोधी नहीं मानते हैं।

    पंजाब में पहुंच रहे हैं हथियार

    यह पूछे जाने पर कि क्या पंजाब में फिर से आतंकवाद का दौर लौट सकता है|

    उन्होंने एके-47, पिस्तौल, हथगोले, ड्रग्स और नकदी ले जाने के लिए ड्रोन के इस्तेमाल की ओर भी इशारा किया।

    अमरिंदर ने कहा, ” मैं तीन साल से इस मुद्दे को उठा रहा हूं।

    पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और खालिस्तानी आंतकवादी स्लीपर सेल के जरिए पंजाब में हथियारों की खेप पहुंचा रहे हैं, लेकिन अब जिस मात्रा में हथियार आ रहे हैं वह परेशान करने वाला है।”

    अमरिंदर ने कहा, “मेरे राज्य का 600 किलोमीटर लंबा इलाका अंतरराष्ट्रीय सीमा है।

    इसको लेकर कोई साजिश रची जा रही है, जिसके बारे में हमें पता नहीं है और इसकी मुझे चिंता है।

    मैं इस मुद्दे पर पिछले दिनों दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी मिला था।”

    Share With Your Friends If you Loved it!