पश्चिम बंगाल के शिक्षक घोटाले में अर्पिता मुखर्जी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार को बेलघरिया स्थित उनके दूसरे फ्लैट पर छापा मारा। 18 घंटे चली रेड में ED को 29 करोड़ कैश मिला है। नोटों की गिनती के लिए 3 मशीनें लगाई गई थीं। इसके साथ ही 5 किलो सोना भी बरामद हुआ है।
23 जुलाई को भी ED ने मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता के ठिकानों पर छापा मारा था। अर्पिता के घर से 21 करोड़ रुपए कैश और 1 करोड़ रुपए की ज्वेलरी मिली थी। 500 और 2000 रुपए के नोटों के ढेरों बंडल को एक कमरे में झोले और बैग में ठूंस-ठूंस कर रखा गया था। एजेंसी को दस्तावेज भी मिले थे। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
अर्पिता ने नहीं भरा फ्लैट का मेंटेनेंस चार्ज
कुल मिलाकर अब तक अर्पिता के दोनों घरों से 50 करोड़ से अधिक कैश और बड़ी मात्रा में गोल्ड रिकवर किया जा चुका है। इधर, ED ने अर्पिता के बेलघरिया टाउन क्लब स्थित दो में से एक फ्लैट्स को सील कर दिया है। नोटिस में अर्पिता पर 11,819 रुपए मैंटेनेंस नहीं चुकाने की वजह बताई गई है। उनके फ्लैट के बाहर एक नोटिस लगाकर इस बात की जानकारी दी गई है।