सार
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि हर साल की तरह बरसात को देखते हुए रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, जिपलाइन तथा रिवर क्रॉसिंग पर रोक लगा दी है। उफनती ब्यास में पर्यटकों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।
विस्तार
बरसात के मौसम को देखते हुए हिमाचल में दो माह के लिए रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग और सभी प्रकार की साहसिक खेल गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है। आधिकारिक तौर पर यह रोक 15 जुलाई से 15 सितंबर तक रहेगी। ब्यास नदी में अब राफ्टें नहीं उतर पाएंगी। हालांकि, जिला प्रशासन ने इन गतिविधियों पर एक सप्ताह पूर्व रोक लगाई थी और बारिश के बाद हालत सामान्य होने पर फिर से शुरू करने की बात कही थी, लेकिन लगातार बारिश होने और ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने से रोक को बढ़ा दिया गया है।
अगले दो माह तक बबेली, बाशिंग, पिरड़ी, झिड़ी तथा रायसन आदि रिवर राफ्टिंग प्वाइंटों में सन्नाटा रहेगा। उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने कहा कि हर साल की तरह बरसात को देखते हुए रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, जिपलाइन तथा रिवर क्रॉसिंग पर रोक लगा दी है। उफनती ब्यास में पर्यटकों की सुरक्षा के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जाएगा।
जिला कुल्लू में हैं 1,000 राफ्ट और पैराग्लाइडर
जिला कुल्लू में 500 राफ्टों का संचालन होता है। लगभग 500 पैराग्लाइडर उड़ान भरते हैं। इसके अलावा मनाली में रिवर कॉसिंग का भी आयोजन होता है। इन गतिविधियों में हजारों लोगों का रोजगार जुड़ा है।