शुक्रवार रात जहां पूरा देश जन्माष्टमी का त्यौहार धूम-धाम से मना रहा था, तो दूसरी ओर भारत की एक बेटी मैट पर दंगल कर रही थी. 53 किग्रा भारवर्ग में अंतिम पंघल ने इतिहास रच दिया. उन्होंने बुल्गारिया में लच रही अंडर -20 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया और ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं. भारतीय स्टार ने पिछले साल वैश्विक कैडेट चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. उन्होंने फाइनल में अपने विरोधी अल्टिन शगायेवा को 8-0 से धूल चटाई.
अंतिम ने न सिर्फ स्वर्ण पदक जीता, बल्कि उन्होंने बुल्गारिया के सोफिया में चल रही महिलाओं के 53 किग्रा क्षेत्र में अपना दबदबा बनाए रखा. उन्होंने टेक्निकल सुपिरियोरीटी से यूरोपीय चैंपियन ओलिविया एंड्रिच को हराया और फिर एक मिनट के भीतर जापान की अयाका किमुरा को पिन कर दिया. यूक्रेन की नताली क्लिवचुत्स्का एक ऐसी पहलवान रहीं, जो अंतिम के सामने पूरे 6 मिनट तक टिकने में सफल रहीं. लेकिन 11-2 की हार के बाद उनका सफर समाप्त हो गया. फाइनल में भारतीय स्टार ने इतिहास रचने के लिए कजाकिस्तान की अल्टिन शगायेवा को 8-0 से हराया.
इसके अवाला भारत की सोनम मलिक 62 किग्रा और प्रियंका 65 किग्रा भारवर्ग में सिल्वर जीतने में कामयाब रहीं. दोनों अपना फाइनल मुकाबला हार गईं. पुरुष वर्ग में भारत ने 6 कांस्य और 1 रजत पदक जीता, जबकि महिला वर्ग में भारत ने एक गोल्ड सहित तीन सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता. पदक तालिका में भारत तीसरे स्थान पर रहा.