94 वर्षीय महिला एथलीट भगवानी देवी डागर ने इस कथन को गलत साबित कर दिया है. जी हां बीते 29 जून से 10 जुलाई के बीच वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 (World Masters Atheletics Championships 2022) का टूर्नामेंट फिनलैंड स्थित टेम्पेर में आयोजित किया गया. यहां भगवानी देवी ने देश का मान बढ़ाते हुए विदेश में अपना डंका बजाया है.
बुजुर्ग महिला एथलीट ने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में तीन पदक अपने नाम किए हैं. इसमें एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक शामिल है. भगवानी देवी ने स्वर्ण पदक 100 मीटर स्प्रिंट रेस में हासिल किया है, जबकि शॉटपुट में कांस्य पदक अपने नाम किया है. बुजुर्ग महिला एथलीट ने 100 मीटर स्प्रिंट रेस को 24.74 सेकंड में खत्म किया था.
बता दें यह पहला मौका नहीं है जब भगवानी देवी ने पदक अपने नाम किए हैं. इससे पहले भी वह कई पदक जीत चूकी हैं. बुजुर्ग महिला एथलीट ने चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक अपने नाम किए थे. जिसके बाद उन्हें वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 के लिए भी क्वालीफाई किया गया था.
भगवानी देवी के इस ऐतिहासिक कारनामे के बाद उन्हें चारो तरफ से बधाई मिल रही है. देश की मिनिस्ट्री ऑफ यूथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स ने भी ट्वीट कर महिला खिलाड़ी को बधाई दी है. मिनिस्ट्री ने लिखा है, ‘भारत की 94 वर्षीय भगवानी देवी जी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उम्र कोई बाधा नहीं है! उन्होंने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 100 मीटर स्प्रिंट स्पर्धा में स्वर्ण पदक और शॉटपुट में कांस्य पदक अपने नाम किया है. वास्तव में बेहद सराहनीय प्रयास!’