दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध भीम राव अम्बेडकर कॉलेज में थिएटर सोसायटी के नाम को बदले जाने को लेकर विवाद शुरू हो गया है। छात्रों ने कॉलेज प्रिंसिपल पर सोसायटी के नाम बदलने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। जबकि प्रिंसिपल ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि इस नाम से कोई सोसायटी ही नहीं है। उन्होंने इसे कॉलेज को बदनाम करने की साजिश बताया है।
कॉलेज थिएटर सोसायटी का नाम इल्हाम रखा गया था। छात्रों का आरोप है कि प्रिंसिपल ने सोमवार को सोसायटी को कथित तौर पर आरंभ नाम दिया था। आरोप है कि प्रिंसिपल ने सोसायटी का नाम बदलने के लिए इसलिए मजबूर किया क्योंकि उसका नाम इल्हाम उर्दू में है। कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल आर.एन दुबे के अनुसार स्टाफ कॉउन्सिल ही सोसायटी ओर कमेटी बनाती है।
इस नाम की कोई सोसायटी नहीं है, अपने मन से किसने सोसायटी बना दी। कॉलेज की सभी सोसायटी की जानकारी कॉलेज की वेबसाइट पर है। सोसायटी बनाने का मामला प्रिंसिपल के हाथ मे नही है। अब जब सोसायटी नहीं है तो नाम बदलने का आरोप कैसे लगाया जा रहा है। प्रिंसिपल ने कहा ऐसा लगता है की कोई साजिशन कॉलेज ओर उनकी छवि को खराब करने का प्रयास कर रहा है। इस पूरे मामले को उन्होंने राजनीति से प्रेरित बताया।