तिरुवनंतपुरम। पिछले कुछ दिनों से बाढ़ के प्रकोप से जूझ रहे केरल को थोड़ी राहत मिली है। बाढ़ का पानी अब धीरे-धीरे कम हो रहा है और लोग अपने घरों को लौट रहे हैं। लेकिन लोगों की मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई है। बारिश की वजह से घरों में मलबा और कीचड़ जमा हो गया है। अब केरल सरकार ने इन घरों को साफ करने की जिम्मेदारी ली है। केरल सरकार सार्वजनिक स्थलों और घरों को साफ करने में आम जनता की मदद करेगी।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने पूरे राज्य में सफाई प्रक्रिया को तेज करने के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और नागरिक निकायों को प्रबंधन का कार्य सौंपा गया है। अपशिष्ट प्रबंधन, जैविक खेती और जल संसाधन प्रबंधन को एकीकृत करने वाला मिशन हरित केरल, सफाई प्रक्रिया को समन्वय भी करेगा। मिशन के अंतर्गत कल तक विभिन्न क्षेत्रों में 50 हाई पावर पंप सेट लगाए जाएंगे। इलेक्ट्रीशियन और प्लंबर समेत विभिन्न क्षेत्रों से टीमों को भी तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ से निकलने वाली गंदगी और मलबे से भरे घरों और सार्वजनिक स्थानों को साफ करने के लिए वे 50,000 से अधिक वॉलंटियर्स के साथ काम करेंगे।
केरल में पानी का स्तर घट गया है, लोगों ने घर लौटना शुरू कर दिया है। हालांकि, दक्षिणी राज्य में 3,520 शिविरों में 13.43 लाख से अधिक लोग अभी भी रह रहे हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन आज राज्य भर में विभिन्न राहत शिविरों का दौरा करेंगे।
357 से ज्यादा लोगों की हुई मौतबता दें कि केरल में मूसलाधार बारिश के बाद आई भयंकर बाढ़ ने 357 से भी ज्यादा लोगों की जिंदगी छीन ली है। जबकि करीब 10 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गए हैं। केरल की सरकार ने बाढ़ से बेघर हुए लोगों के लिए करीब 1500 राहत शिवर बनाए हुए हैं। इनमें ही बाढ़ पीड़ित लोग अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं। तबाही के इस मंजर में देश और दुनिया एकजुट होकर केरल के लिए दुआ कर रही है।
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