नई दिल्ली । रुपये की खराब होती सेहत सुधारने के लिए भारत सरकार अप्रवासी भारतीयों (एनआईआई) के लिए विशेष डिपॉजिट स्कीम शुरू करने की योजना पर विचार कर रही है ताकि डॉलर की आवक को बढ़ाया जा सके।
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने न्यूज राइज का हवाला देते हुए वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी के जरिए इस बात की जानकारी दी है। हालांकि सरकार की तरफ से इस योजना के बारे में अभी तक कई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है।
जून महीने में आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा कि अगर जरूरत होती है तो सरकार एफसीएनआर डिपॉजिट (फॉरेन करेंसी नन रिपैट्रिएबल), सॉवरेन बॉन्ड्स और अन्य माध्यमों के जरिए विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने का काम करेगी।
गौरतलब है कि डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट का दौर जारी है। सोमवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 73 के स्तर को पार कर गया जो रुपये के इतिहास में आई अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। कच्चे तेल की कीमत में जारी उछाल के बीच आयातकों की तरफ से डॉलर की मजबूत मांग के कारण रुपये में यह ऐतिहासिक गिरावट आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर चुका है, जो पिछले चार सालों में आई सबसे बड़ी उछाल है।इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज (फॉरेक्स) में रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 43 पैसा कमजोर होकर 73.34 के स्तर पर खुला। पिछले सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 72.91 पर खुला था।
Comments are closed.