कोरोना के कारण मुंबई और उसके आसपास के लोगों में अभी दशहत कम भी नहीं हुआ है कि इस बीच मुंबई और आसपास के इलाकों में स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामले ने लोगों में दशहत फैला दिया है. 2022 में मुंबई में स्वाइन फ्लू के काफी ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं. इस साल अभी तक स्वाइन फ्लू के कुल 62 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें पड़ोसी ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिले में मिले मामले भी शामिल हैं. वहीं पिछले सप्ताह ठाणे में दो मरीजों की संक्रमण के कारण मौत हो गई.
ठाणे में दो मरीजों की संक्रमण के कारण मौत
मुंबई क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवाओं की उप निदेशक डॉ गौरी राठौड़ ने बताया है कि एक जनवरी से 24 जुलाई 2022 तक कुल 1,66,132 नमूनों की जांच की गई. जिनमें से 62 नमूनों में स्वाइन फ्लू (एच1एन1) इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह ठाणे में दो मरीजों की संक्रमण के कारण मौत हो गई थी. इस साल मुंबई क्षेत्र में एच1एन1 वायरस से मौत का यह पहला मामला था.
डॉ गौरी राठौड़ के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग वर्तमान स्थिति पर नजर बनाए हुए है और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों और चिकित्सकों को सावधानी बरतने का भी निर्देश दिया है.
स्वाइन फ्लू से गंवाया जान
उन्होंने बताया कि स्वाइन फ्लू से जान गंवाने वालों में ठाणे के कोपरी क्षेत्र की निवासी, 51 साल की ज्योति राजा बजाज शामिल हैं. 12 जुलाई को वह बीमार हुईं थी, उन्हें बुखार, उल्टी और खांसी की शिकायत थी और 18 जुलाई को उनकी मौत हो गई. वहीं कोपरी की ही 72 साल की बबिता हाते की 19 जुलाई को मौत हो गई. वह नौ जुलाई को बीमार हुई थीं.
दिल्ली में भी स्वाइन फ्लू की जांच जारी
देश की राजधानी दिल्ली में भी स्वाइन फ्लू को लेकर सावधानी बरती जा रही है. साउथ दिल्ली के महरौली इलाके में मंगलवार को 20 से ज्यादा सूअरों की मौत होने का मामला सामने आया था. वहीं बुधवार को भी दक्षिणीपुरी के सेक्टर-5 में एमसीडी स्कूल के पास तीन सूअरों के नाले में मृत पड़े होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद जगह-जगह पर हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट हो चुका है. साथ ही स्वाइन फ्लू की जांच भी की जा रही है.