कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच देश के कई राज्यों में चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) का खतरा मंडरा रहा है.
गुजरात में कहर बरपाने के बाद चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की तरफ बढ़ रहा है.
चक्रवाती तूफान के 4 दिसंबर यानी कल ओडिशा तट से टकराने की आशंका है.
इसको लेकर पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भारी बारिश की आशंका जताई गई है.
तूफान के खतरे को देखते हुए निचले इलाकों में रह रहे लोगों को हटाया जा रहा है.
आपदा से निपटने के लिए NDRF तैयार
चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) से निपटने के लिए ओडिशा में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और कोस्ट गार्ड की टीम तैनात कर दी गई है.
ओडिशा के तट से टकराने के बाद जवाद चक्रवाती तूफान पश्चिम बंगाल में भी तबाही मचा सकता है.
चक्रवात को लेकर बंगाल सरकार सतर्क है और कोलकाता समेत 7 जिलों में एनडीआरएफ की कई टीमें तैनात की गई हैं.
तूफान को लेकर आंध्र प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है.
इससे पहले गुजरात के कई हिस्सों में तूफान जवाद की वजह से भारी बारिश हुई और इसकी वजह से कई नाव डूब गए.
इसके बाद से ही 10 से ज्यादा मछुआरे गायब बताए जा रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) की स्थिति पर 24 घंटे नजर रख रहा है और सभी तटीय राज्यों में एनडीआरएफ की कुल 29 टीमों को तैनात कर दिया है, जबकि 33 टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है.
तूफान के बाद की स्थिति से निपटने के लिए भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने जहाज व हेलीकॉप्टर भी तैनात किए हैं.
इसके अलावा जरूरत पड़ने पर थल सेना और वायु सेना की भी मदद ली जाएगी.
तूफान की वजह से भारतीय रेलवे ने रद्द की 95 ट्रेनें
चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ (Cyclone Jawad) के खतरे को देखते हुए ईस्ट कोस्ट रेलवे (East Coast Railway) ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए 3 और 4 दिसंबर को 95 ट्रेनों को रद्द (95 Trains Cancelled) करने का निर्देश दिया है.