अमित शाह ने कहा कि हाल ही में ममता दीदी घायल हो गईं। टीएमसी कार्यकर्ता कह रहे हैं कि यह किसी साजिश का हिस्सा है। हालांकि, चुनाव आयोग का कहना है कि यह सिर्फ एक दुर्घटना थी। मैं पूछना चाहता हूं कि दीदी, जो घायल हैं और व्हीलचेयर में घूम रही हैं, क्या वह उन 130 माताओं के दर्द के बारे में जानना चाहती हैं, जिन्होंने राजनीतिक हिंसा के कारण अपने बच्चों को खो दिया है?
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सियासी सरगर्मियां काफी तेज हो चुकी हैं। इसी कड़ी में तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी व्हीलचेयर पर रैली की तो भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जेपी नड्डा भी जनसभाओं को संबोधित करेंगे।
नंदीग्राम में ममता बनर्जी को चोट लगने को लेकर भी अमित शाह ने बात की। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता ममता बनर्जी को चोट कैसे लगी? फिलहाल, हम दीदी के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। भगवान करें कि दीदी जल्द ठीक हों।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ममता दीदी ने आदिवासियों के अधिकार देने में भी कटमनी मांगा है। वनपत्र अधिकार देने में कटमनी देना पड़ता है।
भाजपा सरकार बना दीजिए, किसी आदिवासी भाई को सर्टिफिकेट लेने के लिए 100 रुपये नहीं देने पड़ेंगे।
हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के चलते गृहमंत्री अमित शाह भले ही झारग्राम नहीं पहुंच सके, लेकिन बांकुरा में उनकी रैली शुरू हो गई है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि बंगाल में हम आशा करते थे कि यहां से कम्युनिस्ट शासन जाने के साथ ही राजनीतिक हिंसा समाप्त हो जाएगी, मगर टीएमसी की सरकार ने तो कम्युनिस्टों को भी अच्छा कहलवा दिया।
अब राजनीतिक हिंसा और बढ़ गई। 130 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता मार दिए गए। इनका हिसाब जरूर दिया जाएगा।