केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर की अपनी यात्रा के तीसरे दिन क्षेत्र में हालिया आतंकवादी घटनाओं पर चर्चा के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की। सेना और केंद्रीय एजेंसियों के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे, क्योंकि मौजूदा हालात को देखते हुए इस बैठक को बेहद अहम माना जा रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं। अपने दौरे के तीसरे दिन अमित शाह ने आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर चर्चा के लिए सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की। अमित शाह ने इस संबंध में सुरक्षा बलों की कड़ी मेहनत और समन्वय की भी प्रशंसा की। बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, निदेशक आईबी, रॉ (RAW), अर्धसैनिक बलों के प्रमुख, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों, घुसपैठ की मौजूदा स्थिति, ड्रोन और चिपचिपे बमों के खतरे को नाकाम करने और आतंकवादी नेटवर्क को खत्म करने पर चर्चा की. जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों और सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने अमित शाह को जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिए किए जा रहे कार्यों सहित वर्तमान स्थिति की जानकारी दी।
गौरतलब है कि अमित शाह ने आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में सुरक्षा के हालातों का जायजा लिया है। बताया ये भी जा रहा है कि हाल के दिनों में टारगेट किलिंग की बढ़ी घटनाओं पर भी अमित शाह ने चर्चा की है और इनसे कैसे निपटा जाए पर भी विचार विमर्श किया गया है।
सिधरा में एनकाउंटर
जम्मू के सिदरा में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने कुछ आतंकियों को ढेर कर दिया। उन्हें सूचना मिली कि आतंकी ट्रक को इसी इलाके में छोड़ने जा रहे हैं। लिहाजा, सुरक्षाबलों ने इलाके की घेराबंदी कर ट्रक को रोक लिया। उन्होंने आतंकियों से सरेंडर करने को कहा, लेकिन आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके जवाब में सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। इसी बीच ट्रक का चालक भाग गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस फरार ट्रक चालक की तलाश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि आतंकियों की योजना नए साल के दिन दहशत फैलाने की थी। सुरक्षा एजेंसियां उन पर नजर रख रही हैं।