मुंबई की विशेष अदालत ने आज शिवसेना नेता संजय राउत की न्यायिक हिरासत 19 सितंबर तक बढ़ा दी। राउत को पात्रा चॉल घोटाले के मामले में पिछले माह गिरफ्तार किया गया था।
इससे पहले 21 अगस्त को कोर्ट ने उनकी हिरासत पांच सितंबर तब बढ़ाई थी। इस मामले में राउत पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। यह मामला मुंबई की पात्रा चॉल की जमीन पर बने फ्लैटों की जगह नए घर बनाने में बड़े पैमाने पर धांधली से जुड़ा है। ईडी का आरोप है कि मामले में बड़े पैमाने पर अवैध ढंग से रुपयों का लेन देन किया गया।
इसी मामले में ईडी ने 60 साल के राउत को लंबी पूछताछ व उनके घर पर छापे के बाद एक अगस्त को गिरफ्तार किया था। पात्रा चॉल मुंबई के उपनगर गोरेगांव में स्थित थी। इसकी जमीन पर बने फ्लैटों की जगह नए घर बनाकर वहां के रहवासियों को दिए जाने थे। हिरासत अवधि पूरी होने पर राउत को सोमवार को विशेष पीएमएलए कोर्ट के जज एमजी देशपांडे के समक्ष पेश किया गया। कोर्ट ने राउत की हिरासत 14 दिन के लिए और बढ़ा दी। मामले में राउत की पत्नी व अन्य संबंधितों पर भी आरोप लगाए गए हैं।
बता दें, राउत शिवसेना के कद्दावर नेता होने के साथ ही पार्टी के अध्यक्ष व महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के करीबी हैं। राउत का कहना है कि ईडी उन्हें इस मामले में झूठा फंसा रहा है, उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है।